आषाढ़ अमावस्या पर जरूर कर लें ये छोटा सा काम, जीवनभर भरी रहेगी तिजोरी

Ashadha Amavasya Upay: कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है. अमावस्या तिथि का हिंदू धर्म में खास महत्व है. हिंदी पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास की अमावस्या 18 जून, रविवार को पड़ रही है. जबकि अमावस्या का व्रत 17 जून को रखा जाएगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार, अमावस्या के दिन पूजा-पाठ और पितरों के निमित्त तर्पण करने से शुभ फल प्राप्त होता है. इसके साथ ही इस दिन भगावन विष्णु की पूजा का भी विधान है. मान्यता है कि इस दिन पूर्वजों का तर्पण करने के उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा इस दिन स्नान-दान का भी खास महत्व है. आइए जानते हैं कि पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए.

आषाढ़ अमावस्या के उपाय | Ashadha Amavasya Upay

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अमावस्या के दिन शिवजी की पूजा करने और शिवलिंग पर जल अर्पित करने से कालसर्प दोष दूर होता है. हालांकि इस दिन राहुकाल में शिवजी की पूजा करने से परहेज करना चाहिए.
  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ अमावस्या के दिन सुबह स्नान के बाद नदी के तट पर नाग-नागिन के जोड़े की पूजा करें. साथ ही पूजन के बाद इसे नदी में बहा दें. कहा जाता है कि ऐसा करने से कुंडली का कालसर्प दोष खत्म होता है.
  • पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए आषाढ़ अमावस्या की अमावस्या का दिन बेहद खास माना गया है. ऐसे में इस दिन शाम को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. ऐसा करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है.

यह भी पढ़ें: शनि अमावस्या पर बन रहा है गजब का संयोग, शनि दोष से पीड़ित लोग जरूर करें ये उपाय

  • पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए आषाढ़ मास की अमावस्या पर सुबह स्नान के बाद पितरों का तर्पण करना चाहिए. इसके बाद किसी ब्राह्मण को वस्त्र, अन्न आदि का दान करना चाहिए. ऐसा करना शुभ फल देता है.
  • धन संबंधी दिक्कतों को दूर करने और धन लाभ के लिए भी आषाढ़ा मास की अमावस्या का दिन अत्यंत खास होता है. ऐसे में इस दिन धन लाभ के लिए आषाढ़ अमावस्या की शाम को दीपक में केसर मिलाकर घर की चौखट पर रख दें. माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.

WE R NEWS के YouTube चैनल को देखने के लिए क्लिक करें