औरंगजेब की डीपी लगाना कितना बड़ा जुर्म, पढ़िए क्या कहता है कानून?

Aurangzeb DP Controversy Maharashta: महाराष्ट्र में एक विवाद उठा है जो औरंगजेब के मुग़ल शासनकाल को लेकर है. इस विवाद के चलते ताज़ा घटना “Aurangzeb DP Controversy” के नाम से जानी जा रही है. नवी मुंबई (Navi Mumbai) में एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उसने अपने व्हाट्सऐप चैट के प्रोफ़ाइल चित्र में औरंगजेब की तस्वीर लगाई थी. इस घटना का आरोपी मोहम्मद अली नामक व्यक्ति है.

नवी मुंबई के वाशी इलाके में निवास करने वाले अमरजीत सुर्वे ने शिकायत की है कि पुलिस ने औरंगजेब की डीपी लगाने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि जांच करने के बाद उसे फिर से रिहा कर दिया गया है. अब पूरे मामले पर कानूनी विवाद उठा है. क्या मोहम्मद अली की गिरफ्तारी कानूनी रूप से सही थी?

कौन-सी धारा के तहत हुई गिरफ्तारी

शिकायतकर्ता कह रहा था कि उसके मोबाइल पर औरंगजेब की डीपी वाला एक स्क्रीनशॉट आया था. जांच करने के बाद उस व्यक्ति से संपर्क किया गया, जिसने उस डीपी को लगाया था, और उससे डीपी बदलने को कहा गया. लेकिन जब उसने डीपी बदलने से इंकार कर दिया, तो उसके खिलाफ पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया गया.

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पुलिस की पूछताछ के बाद पता चला कि मोहम्मद अली मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर की दुकान में काम करता है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 298 और 153-ए के तहत मामला दर्ज किया.

वरिष्ठ वकील संजय के चड्ढ़ा कहते हैं – धारा 298 धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्दों का उच्चारण से संबंधित है जबकि 153-ए धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर अनेक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने से संबंधित है.

औरंगजेब की डीपी लगाना कितना बड़ा जुर्म?

वरिष्ठ वकील संजय चड्ढा के मुताबिक, औरंगजेब की डीपी लगाना कोई अपराध नहीं है. उनका कहना है कि औरंगजेब हमारे इतिहास का हिस्सा हैं, और उनकी तस्वीरें कोर्स की किताबों में छपी हुई हैं. उनके नाम पर दिल्ली में एक रोड भी है. औरंगजेब का शासन और उनकी कहानी हमारी शिक्षा में शामिल है, इसलिए क्या उनकी पढ़ाई करने वाले और किताबों में उनकी फोटो छापने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा?

वरिष्ठ वकील संजय चड्ढा यहां तक कहते हैं कि कई बार गलत तरीके से भी किसी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जाता है और आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया जाता है. उनके मुताबिक, यदि सिर्फ औरंगजेब की डीपी लगाने के कारण गिरफ्तारी हुई है, तो यह गलत है. इस मामले में गिरफ्तारी करने के लिए इतने बड़े कदम उठाने की कोई जरूरत नहीं थी.

महाराष्ट्र में औरंगजेब के नाम पर बढ़ा तनाव

महाराष्ट्र के अहमदनगर में पिछले दिनों रैली के दौरान औरंगजेब के पोस्टरों को लहराने पर विवाद उठा. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया और चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया. इसके बाद प्रदेश के कई शहरों में मुग़ल बादशाह औरंगजेब और टीपू सुल्तान के बारे में विवादित महिमामंडन पर तनाव फैल गया. पिछले 7 जून को कोल्हापुर में बंद करने का आह्वान किया गया.

स्टोरी क्रेडिट: एबीपी न्यूज

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