आखिर मोदी ने क्यों रखे गृह वित्त विदेश और रक्षा मंत्रालय अपने पास, जाने वजह!

रविवार के दिन शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को ही मोदी सरकार 3.0 के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो चुका है. इस बंटवारे की सबसे खास बात यह थी कि है कि सरकार ने चार सबसे बड़े मंत्रालय जो रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय में कोई भी चेंजस नहीं किया है. इन मंत्रालयों के लिए मोदी सरकार ने एक बार फिर से अपने पुराने चेहरों पर विश्वास दिखाया है.

आपको बता दें कि एक बार फिर से रक्षा मंत्रालय राजनाथ सिंह को वित्त मंत्रालय निर्मला सीतारमण को गृह मंत्रालय अमित शाह और एस जयशंकर प्रसाद को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. मोदी ने गठबंधन के किसी भी नेता को इन मंत्रालयों की जिम्मेदारी नहीं दी. इसके पीछे एक खास वजह है जिसके चलते मोदी सरकार ने एक बार फिर से बीजेपी के पास ही इन चारों खास मंत्रालय को रखा.

मोदी सरकार 3.0 पीरियड में कुल 71 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की. इसके बाद मोदी ने प्रधानमंत्री आवास में पहली कैबिनेट मीटिंग आयोजित की. पहली कैबिनेट मीटिंग के बाद ही मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया. वैसे तो मोदी ने कैबिनेट में खूब फेरबदल किया लेकिन इस कैबिनेट की खास बात यह रही कि मोदी सरकार ने कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी मंत्रालय में भी कोई बदलाव नहीं किया इसके लिए उसने बीजेपी पार्टी के मंत्रियों पर ही भरोसा जताया.

पीएम मोदी ने इन चारों मंत्रालय में कोई बदलाव नहीं किया साथ ही साथ देश को यह संदेश भी दे दिया है कि वह अपनी पुरानी नीतियों को आगे बढ़ाएंगे. गठबंधन के सरकार होने के बाद भी वह अपनी नीतियों और सुधारो को लेकर कोई भी समझौता नहीं करेंगे. मोदी 3.0 में भी पहले की तरह ही तेजी से फैसले लिए जाएंगे. मोदी ने अपनी पुरानी टीम को इन चारों मंत्रालयों को सौंप कर अपने इरादों को साफ जाहिर कर दिया है.