शिक्षाविदों को जीने की कला सिखां गई बीके शिवानी, कहा ये भी जरूरी

रिपोर्ट/रिंकू शर्मा: एचपीएससी यानि हरियाणा स्कूल प्रोग्रेसिव कांफे्रंस द्वारा सैक्टर-17 मार्डन स्कूल के महावीर ऑडिटोरियम में विशेष अध्यात्मिक कार्यक्रम स्प्रिचुएलिटी इज द सेविर ऑफ ह्यमैनिटी का आयोजन किया गया। इस मौके पर लगभग 100 से अधिक स्कूलों के शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मोटिवेशनल स्पीकर ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने शिक्षाविदों व उपस्थितजनों को अध्यात्म के महत्व व जीवन जीने की कला सिखाई। इस मौके पर मंच संचालन अंतराष्ट्रीय कवि दिनेश रघवुंशी ने किया।

कार्यक्रम में उपस्थित रहे ये महानुभाव

कार्यक्रम में डा. अमृता ज्योति द्वारा भी प्रवचन दिए गए। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में आईआरएस डिप्टी कमिश्रर प्रमोद श्यारण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में एसएस गोंसाईं, प्रदेशाध्यक्ष एचपीएससी, सुरेशचंद्र, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष, दीपिन राव, प्रदेश महासचिव, डा. सुमित वर्मा, कोषाध्यक्ष, सुशील जैन, विजय लक्ष्मी, दीपिका शर्मा, एसएस चौधरी, हेमा अरोड़ा, दीप्ती जगोटा, नीलिमा जैन आदि की अहम भूमिका रही। इस अवसर पर अनेक इस मौक पर बीके शिवानी दीदी ने कहा कि वर्तमान में बच्चों में नैतिक मूल्यों की कमी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि आधुनिकता में नैतिक मूल्य गौण हो गए हैं इसलिए बच्चों को संस्कार देने जरूरी हैं।

100 शिक्षाविदों को किया गया सम्मानित

बीके शिवानी ने कहा कि बच्चों को अंकों की उपलब्धि पर पुरकृत करने से पहले उसके अच्छे संस्कारों व व्यक्तित्व को पुरस्कृत करना चाहिए। इस मौके पर लगभग 100 शिक्षाविदों व उद्योग, पीपी स्टील सहित अन्य वर्गों के गणमान्य जनों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष एसएस गोंसाईं व वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश चंद्र व कोषाध्यक्ष सुमित वर्मा ने कहा कि बीके शिवानी दीदी द्वारा शिक्षाविदों को जो अध्यात्म का ज्ञान दिया गया है, वह अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह के आयोजन जारी रहेंगे। इस मौके पर बीके प्रीति सहित अनेक ब्रह्माकुमारी भाई व बहनें मौजूद रहीं। इस अवसर पर शिक्षाविदों ने अपने कार्यक्रम के अनुभव को भी सांझा किया और कहा कि एचपीएससी आगे भी इस परंपरा को कायम रखेगा।