नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनी बायजूस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवींद्रन बायजू के बेंगलुरु स्थित कार्यालय और आवासीय परिसर पर छापे मारे तथा वहां से ‘‘आपत्तिजनक’’ दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किया। ईडी ने एक बयान में बताया कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत हाल में कुल तीन परिसरों-दो कारोबारी और एक रिहायशी परिसर पर छापे मारे गए। इनमें पंजीकृत कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड का परिसर भी शामिल है।
जांच एजेंसी ने बताया कि उसने विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किए हैं। बायजूस के कानूनी मामले देखने वाले दल के एक प्रवक्ता ने कहा कि ईडी की कार्रवाई नियमित जांच है और कंपनी ने एजेंसी के साथ पूरी पारदर्शिता बरती है। उन्होंने बताया कि कंपनी ने मांगी गईं सभी जानकारी उपलब्ध करा दी हैं। ईडी ने बताया कि कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2020-21 के बाद से वित्तीय खाता तैयार नहीं किया है।
ईडी के अनुसार, कंपनी के खातों का ऑडिट भी नहीं किया गया है, जो कि अनिवार्य होता है। जांच एजेंसी ने कहा कि कंपनी की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का बैंकों से मिलान किया जा रहा है। ईडी ने बताया कि यह कार्रवाई कुछ लोगों से मिली ‘‘विभिन्न शिकायतों’’ के आधार पर की गई। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि रवींद्रन बायजू को ‘‘कई’’ समन भेजे गए, लेकिन वह ‘‘बचते रहे और कभी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए।’’
तलाशी के दौरान पाया गया कि रवींद्रन बायजू की कंपनी ‘थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड’ को 2011 से 2023 के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के तहत करीब 28,000 करोड़ रुपये मिले। एजेंसी ने कहा, ‘‘कंपनी ने भी इस अवधि के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नाम पर विभिन्न विदेशी प्राधिकारों को करीब 9,754 करोड़ रुपये भेजे। कंपनी ने विज्ञापन और विपणन के नाम पर लगभग 944 रुपये का खर्च दिखाया, जिसमें विदेशी क्षेत्राधिकार को भेजी गई राशि भी शामिल है।’’
बेंगलुरु स्थिति कंपनी स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराती है। इसे रवींद्रन बायजू और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ ने संयुक्त रूप से स्थापित किया था। मार्च, 2022 में कंपनी का बाजार मूल्यांकन 22 अरब डॉलर था। बायजू ने पिछले वर्ष अक्टूबर में घोषणा की थी कि वह अगले छह महीनों में 2,500 कर्मियों को निकालेगी और 10,000 शिक्षकों को भर्ती करेगी।
बायजू ने 2020-21 में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया, जो 2019-20 में 231.69 करोड़ रुपये से 19 गुना था। कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2019-20 के 2,511 करोड़ रुपये से घटकर 2020-21 में 2,428 करोड़ रुपये रह गया था। कंपनी ने अभी वित्त वर्ष 2021-22 का वित्तीय लेखा-जोखा जारी नहीं किया है।