नहीं रद्द होगी नीट परीक्षा, शिक्षा मंत्री ने किया ऐलान

नीट यूजी परीक्षा लीक मामले का अभी तक कोई भी सॉल्यूशन नहीं निकल पाया है. छात्रों का गुस्सा अपने चरम पर है. वह इस पेपर को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. कई विपक्षी दल के नेता भी नीट स्टूडेंट्स के सपोर्ट में उतर आए हैं. इतना ही नहीं अपोजिशन लीडर्स ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा भी मांगा है. स्टूडेंटस और विपक्ष की इस जद्दोजहद के बाद केंद्र सरकार भी एक्शन मोड पर दिखाई दे रही है. इसको लेकर खुद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सामने आए और उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा लीक मामला सिर्फ बिहार तक ही सीमित नहीं है. सरकार ने इस पूरे मामले की जांच को सीबीआई को सौंप दिया है.

शिक्षा मंत्री ने साफ-साफ नीट यूजी एग्जाम को रद्द करने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से नीट एग्जाम को रद्द नहीं करेगी. सरकार ने कहा कि अगर सिर्फ बिहार में नीट एग्जाम को रद्द किया जाएगा तो साल भर मेहनत करने वाले स्टूडेंट के साथ नाइंसाफी होगी सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा है हम कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे.

नीट परीक्षा लीक मामले में सबसे पहले एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार को आडे हाथों लिया गया. उन्हें इस पद से निष्कासित कर दिया गया है. अब सुबोध कुमार की जगह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक के रूप में प्रदीप खरोला0q को अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी दी गई है. आपको बता दें कि प्रदीप खरोला इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष हैं.

नीट-यूजी के 1563 छात्र की जिन्हें ग्रेस मार्क्स से पास किया गया था उन्हें दोबारा से नीट यूजी का एग्जाम देना होगा. जिसके लिए एनटीए ने स्टूडेंट्स को एक डेट दी थी लेकिन एग्जाम को कैंसिल कर दिया गया. अब एनटीए ग्रेस मार्क्स पाने वाले स्टूडेंट्स को नई डेट देकर एग्जाम कंडक्ट कराएगी.