AI के जरिए जांचे गए 87 करोड़ मोबाइल कनेक्शन, 41 लाख नंबर्स में फर्जी आईडी प्रूफ, दर्ज हुईं महज 181 शिकायतें

Fraud Sim Case: इन दिनों आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल भारत समेत दुनियाभर में हो रहा है. हालांकि अब इसका उपयोग सरकार भी कर रही है. इस बीच संचार मंत्रालय ने AI के जरिए 87.85 करोड़ मोबाइल कनेक्शन की जांच की है. जांच के बाद यह खुलासा हुआ है कि फर्जी डाक्यूमेंट के जरिए 40.87 लाख कनेक्शन लिए गए हैं. जिसमें से 38 लाख नंबर बंद कर दिए गए हैं. ऐसा भारत सरकार के संचार मंत्रालय की ओर से किया गया है. बता दें कि भारत में इस वक्त मोबइल के 131 करोड़ उपभोक्ता हैं. जो कि 22 लाइसेंस सर्कल में मौजूद हैं. हाल ही में फेज 1 का एनालाइज किया गया. जिसमें सिर्फ 87.85 करोड़ कनेक्शन की जांच की गई है.

जांच के लिए ASTR सिस्टम का हुआ इस्तेमाल

मीडिया खबरों के मुताबिक, मंत्रालय ने ASTR एडवांस सिस्टम का इस्तेमाल किया है. जो कि एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड फेशियल रिकॉग्नाइजेशन सिस्टम है. जिसका इस्तेमाल टेलिकॉम सिम सब्सक्राइबर के लिए किया जाता है. बता दें कि हरियाणा सर्कल में 5.33 लाख नंबर फर्जी मिले हैं, जो कि किसी अन्य सर्कल से अधिक है.

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किन-किन सर्कलों में मिले कितने फर्जी नंबर

  • हरियाणा सर्कल में 3.08 करोड़ कनेक्शनों की जांच में 5.33 लाख नंबर फर्जी मिले। इसमें 5.24 लाख नंबर काट दिए गए, जो फेज 1 की जांच में सबसे अधिक है.
  • जम्मू-कश्मीर में 1.20 करोड़ मोबाइल कनेक्शनों की जांच में 15,194 कनेक्शन फर्जी निकले। इनमें नंबर लेने वालों के चेहरे समान, लेकिन नाम अलग-अलग मिले। इनमें से 14,494 नंबर काट दिए गए और 3024 नंबरों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया.
  • -पंजाब सर्कल में 3.17 करोड़ नंबरों की जांच की गई, जिनमें से 1,51 लाख धोखाधड़ी वाले कनेक्शन पाए गए। फिलहाल 1.44 लाख नंबर काट दिए गए.
  • पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 12.14 लाख फर्जी कनेक्शन पाए गए। यहां 4.52 करोड़ कनेक्शनों की जांच की गई थी.

देशभर में केवल 181 केस दर्ज हुए

जानकारी रहे कि पूरे देश में लाखों फर्जी मोबाइल कनेक्शन हैं. मगर सिर्फ 181 एफआईआर ही दर्ज की गई हैं. इसमें सबसे अधिक जम्मू-कश्मीर में 86 तो सबसे कम दिल्ली में 1 केस दर्ज है. मजेदार बात ये है कि बंगाल में सबसे अधिक फर्जी कनेक्शन पाए गए, लेकिन एक भी केस दर्ज नहीं हुआ है.

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