G20 Summit 2023 | भारत की अध्यक्षता में हुए जी20 शिखर सम्मेलन को रूस की ओर से सफल बताया गया है। इस सम्मेलन में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत की यूक्रेन युद्ध को हावी नहीं होने देने के लिए सराहना की है। लावरोव ने मीडिया के साथ बात करते हुए कहा कि भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन के एजेंडे को यूक्रेनीकरण से बचाया है। रूस ने नई दिल्ली घोषणापत्र में उपयुक्त शब्दों का प्रयोग किया है और इससे हमारी उम्मीद से भी ज्यादा बड़ी सफलता प्राप्त की है।
G20 Summit 2023 | भारत के प्रयासों की सराहना
G20 Summit 2023 | रूसी विदेश मंत्री ने इस सम्मेलन के दौरान मोदी संगर पर भारत के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन सफल रहा है और जी20 नेताओं की सहमति से यह दिखता है कि इसका महत्व बहुत बड़ा है। लावरोव ने कहा, “जब वे इस पर सहमत हुए, तो यह उनकी अंतरात्मा की आवाज थी। स्पष्ट रूप से कहें तो हमें इसकी उम्मीद नहीं थी।”
G20 Summit 2023 | यूक्रेन और रूस के बीच युद्धविराम
G20 Summit 2023 | रूसी विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि हम यूक्रेन और रूस के बीच युद्धविराम को बातचीत के बिना अलग नहीं कर सकते। इस समय घोषणापत्र की मुख्य बात ग्लोबल साउथ के एकीकरण के बारे में है, और लावरोव ने इसे महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “दिल्ली घोषणा अच्छे उद्देश्यों की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, और हम पहले से ही इस दिशा में काम कर रहे हैं। हम इन सकारात्मक रुझानों को मजबूत करने का काम करेंगे, जिसमें अगले साल ब्राजील की अध्यक्षता और 2025 में दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता शामिल है।”
G20 Summit 2023 | लावरोव ने पश्चिम की आलोचना करते हुए कहा कि पश्चिम अपना आधिपत्य खो रहा है क्योंकि दुनिया में सत्ता के नए केंद्र दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए विकासशील देशों को सालाना 100 अरब अमेरिकी डॉलर देने के अपने वादे पर कुछ नहीं किया है।
यह भी पढ़ें: कोरोना के चलते रद्द हो सकता है एशिया कप?
G20 Summit 2023 | लावरोव ने क्या कहा
G20 Summit 2023 | जब पूछा गया कि क्या उनको लगता है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम हो सकता है तो लावरोव ने कहा कि फिलहाल यूक्रेनी अधिकारी रूसियों को शारीरिक रूप से नष्ट करने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “हर कोई शांति चाहता है। करीब 18 महीने पहले, हम इस संघर्ष को सुलझाने के लिए एक संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमत हुए थे। उसके बाद एंग्लो-सैक्सन ने जेलेंस्की को इस पर हस्ताक्षर न करने का आदेश दिया क्योंकि उन्हें लगा कि वे हमसे कुछ स्वीकारोक्ति प्राप्त करने में सक्षम होंगे।”
G20 Summit 2023 | विदेश मंत्री ने कहा, “रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में कहा था कि हमें बातचीत से कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि ऐसी किसी भी बातचीत के लिए जमीनी हकीकतों पर विचार करने और उन कारणों को ध्यान में रखने की जरूरत है जो नाटो की आक्रामक नीति के कारण दशकों से जमा हो रहे हैं।” इस तरह रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने जी20 शिखर सम्मेलन के महत्व को बताया और भारत के यूक्रेन युद्ध पर अपने दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने पश्चिम के विकासशील देशों के वादों की भी आलोचना की और यह सुनिश्चित किया कि बातचीत के माध्यम से विश्वशांति की कदम बढ़ाई जा सके।
अन्य खबरों के लिए देखें हमारा You Tube : https://youtube.com/@WeRNewsLive