G20 Summit | भारत और इंडिया नाम को लेकर देश में सियासी हंगामा शुरू हो गया है। दरअसल जी-20 को लेकर कांग्रेस का दावा है कि 9 सितंबर को रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है, जबकि पहले प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया लिखा होता था। भारत और इंडिया नाम को लेकर बवाल का एक कारण यह भी है कि कुछ लोग इसे राजनीतिक मुद्दे के रूप में देखते हैं। वे मानते हैं कि यह मुद्दा भारत की राष्ट्रीयता और अखंडता को लेकर है। वे चाहते हैं कि भारत का नाम भारत ही हो।
आप कमेंट में जरूर लिखकर बताएं कि हमारे देश का नाम भारत होना चाहिए या इंडिया?
G20 Summit | कैसे लिया गया है भारत नाम?
G20 Summit | भारत का नाम सिंधु नदी से लिया गया है. सिंधु नदी को लैटिन भाषा में इंडस कहते हैं। प्राचीन यूनानियों ने भारत को इंडस के नाम से जाना था और यह नाम धीरे-धीरे दुनिया भर में फैल गया। दूसरा सिद्धांत यह है कि भारत का नाम ऋषभदेव के पुत्र भरत के नाम पर रखा गया है। ऋग्वेद में भरत नामक एक जनजाति का उल्लेख मिलता है, जो भारत के पूर्वी भाग में रहती थी।
यह भी पढ़ें: राखी पर शगुन ना देने पर बहनों ने भाभी को पहुंचा एम्स
G20 Summit | अंग्रेजों ने भारत को इंडिया नाम से जाना
G20 Summit | 16वीं शताब्दी में जब अंग्रेज भारत आए, तो उन्होंने भी भारत को India के नाम से ही जाना। भारत के लिए कई अन्य नाम भी प्रचलित हैं, जैसे कि हिन्दुस्तान, जम्बूद्वीप, आर्यावर्त, हिंदी, अल-हिन्द, फग्युल, तियानझू,और होडू, इनके पीछे की कहानियां काफी दिलचस्प हैं.
G20 Summit | जानिए अब तक देश के क्या नाम रह चुके हैं
G20 Summit | हिन्दुस्तान- यह नाम “हिन्दू” और “स्थान” शब्दों से मिलकर बना है। इसका अर्थ है हिन्दू लोगों का स्थान. यह नाम फ़ारसी लोगों द्वारा दिया गया था.
जम्बूद्वीप : यह नाम संस्कृत शब्द जम्बू से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है जामुन का पेड़. यह नाम हिंदू धर्म के ग्रंथों में मिलता है।
आर्यावर्त: यह नाम संस्कृत शब्द “आर्य” से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है “सभ्य”. यह नाम प्राचीन भारत के एक क्षेत्र को दिया गया था, जो आज के उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में फैला हुआ था.
हिंदी: यह नाम संस्कृत शब्द “हिन्दू” से मिलकर बना है. यह नाम भारत की प्रमुख भाषा को दिया गया है.
अल-हिन्द: यह नाम अरबी शब्द “अल” और “हिन्द” से मिलकर बना है. इसका अर्थ है “हिन्द का देश”. यह नाम अरब लोगों द्वारा दिया गया था.
फग्युल: यह नाम तिब्बती भाषा के शब्द “फग्युल” से मिलकर बना है. इसका अर्थ है “बहुत सारे जल के देश”. यह नाम तिब्बतियों द्वारा दिया गया था.
तियानझू : यह नाम चीनी भाषा के शब्द “तियानझू” से मिलकर बना है. इसका अर्थ है “स्वर्ग का देश”. यह नाम चीनी लोगों द्वारा दिया गया था.
होडू : यह नाम जापानी भाषा के शब्द “होडू” से मिलकर बना है. इसका अर्थ है “हिन्दू का देश”. यह नाम जापानी लोगों द्वारा दिया गया था.
G20 Summit | भारतवर्ष शब्द का इस्तेमाल क्यों होता है
G20 Summit | भारतवर्ष शब्द का एक भौगोलिक ईकाई के तौर पर सबसे पुराना इस्तेमाल हाथीगुम्फा शिलालेख में मिलता है। इन सभी तथ्यों के आधार पर तार्किक लगता है कि भारत का नाम किसी व्यक्ति के नाम पर न होकर जाति-समूह या क्षेत्र की भौगोलिक विशेषताओं के आधार पर प्रचलित हुआ है।
यह भी पढ़ें: राहुल हो गए बुड्ढे इसलिए नहीं हो रही शादी
G20 Summit | देश को सबसे पहले कहा जाता था आर्यवर्त
G20 Summit | भारत को सबसे पहले आर्यवर्त कहा जाता था। आर्यवर्त यानी आर्यों का निवास स्थान शास्त्रीय संस्कृत साहित्य में उत्तर भारत का एक नाम है। इस क्षेत्र में आर्यों की संस्कृति का बोलबाला था। मनु स्मृति में हिमालय और विंध्य पर्वतमाला के बीच बंगाल की खाड़ी से अरब सागर तक के क्षेत्र को आर्यवर्त नाम दिया गया है। भारतवर्ष नाम प्राचीन ग्रंथों से लिया गया है।
अन्य खबरों के लिए देखें हमारा You Tube : https://youtube.com/@WeRNewsLive