नए सेना प्रमुख के नाम की हुई घोषणा, सरकार भी है उनके कामों की मुरीद

देश के वर्तमान सेना प्रमुख मनोज पांडे के रिटायरमेंट के बाद केंद्र सरकार ने नए सेना प्रमुख का ऐलान कर दिया है. मंगलवार की रात केंद्र सरकार ने उपेंद्र द्विवेदी को देश का नया सेना प्रमुख बनाने का अनाउंसमेंट कर दिया है. यह वर्तमान सेना प्रमुख मनोज पांडे के रिटायरमेंट के बाद अपनी पोजीशन संभालेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भारत और चीन की सीमाओं से जुड़े मामलों में काम करने का काफी एक्सपीरियंस है. प्रेजेंट टाइम में वह उपसेना प्रमुख के रूप में काम कर रहे हैं.

सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे 30 जून को अपने पद से रिटायर्ड हो रहे हैं. इससे पहले वह 31 मई को रिटायर हो रहे थे लेकिन किन्हीं कारणों के चलते उनका कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया था. जिसके चलते अब इन्हें उनके पद से रिटायर किया जाएगा। जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बाद सेना के सबसे बड़े अधिकारी दक्षिण कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह है. आपको बता दे की 62 वर्ष की आयु तक ही सेना के तीनों प्रमुख अपना पदभार संभाल सकते हैं इसके बाद उन्हें अपने पद से रिटायरमेंट लेना पड़ता है.

19 फरवरी को लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उप सेवा प्रमुख का पद संभाला था इससे पहले 2022-24 तक वह उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ के रूप में पोस्टेड थे.

1964 में जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रीवा के एक सैनिक स्कूल से अपनी एजुकेशन कंप्लीट की. 15 दिसंबर 1984 को वह भारतीय सेना के 18 – जम्मू कश्मीर राइफल्स में शामिल हुए. इसके बाद उन्हें यूनिट की कमान सौंपी गई.

जम्मू और कश्मीर में उन्होंने आतंकवादी विरोधी अभियानों को जोरों शोरों से चलाया. लद्दाख में चीन से होने वाली झड़क के बाद दोनों देशों के बीच के रिश्तों को पटरी पर लाने के लिए चीन के साथ होने वाली बातचीत का उपेंद्र द्विवेदी अहम हिस्सा रहें. उपेंद्र द्विवेदी को भारतीय सेना के मोडिफिकेशन के लिए जाना जाता है. इन्होंने आत्मनिर्भर भारत के तहत देश में सेना के अंदर स्वदेशी उपकरणों को शामिल करने का काम बखूबी किया. अपने 40 साल के करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक ऑपच्यरुनिटी दी गई जिसे उन्होंने पूरे दिल से पूरी की.