हाथरस की मौतों का आरोपी,बाबा फिर से बच निकला

हाथरस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी इसके बाद से ही पुलिस जांच में जुटी गए हैं. पुलिस ने अपनी जांच में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पुलिस के सूत्रों से खबर मिली है कि खुद को स्वयंभू बाबा खाने वाले नारायण साकार विश्व हरि का कई पॉलिटिकल पार्टियों के साथ संबंध गहरा संबंध है यही पार्टियां उनके समागम की फंडिंग करती थी. बाबा का मुख्य सेवादार और इस मामले में मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर प्रोग्राम्स ऑर्गेनाइज करने के साथ फंड मैनेजमेंट का काम करता था. जिसके जरिए बाबा के समागम के नाम पर पैसे बनाता था.

पुलिस ने बताया कि भगदड़ वाले दिन भी देव प्रकाश मधुकर ने सत्संग का पूरा अरेंजमेंट किया था. उसने समागम के लिए फंड जुटाने का भी काम किया था. इस पूरे फंड को किसी पॉलिटिकल पार्टी के द्वारा दिया गया था. देव प्रकाश मधुकर ने गिरफ्तार होने से पहले कुछ पॉलिटिकल पार्टियों के साथ कांटेक्ट भी किया था. पुलिस ने कहा कि ‘भोले बाबा’ के पॉलीटिकल कनेक्शंस और फंडिंग की जांच की जाएगी. इस मामले में अगर कोई भी पॉलीटिकल एक्टिविटी मिलती है तो उसे पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस की अब तक की जांच से पता चलता है कि कोई पॉलिटिकल पार्टी ऐसी है जो अपने पॉलिटिकल और पर्सनल इंटरेस्ट के चलते बाबा के साथ जुड़ी हुई है. मधुकर के सभी अकाउंटस, सभी चल-अचल संपत्ति और मनी ट्रेल की जांच की जा रही है. इस जांच में दूसरी इन्वेस्टिगेशन एजेंसीज की भी मदद ली जा सकती है.

इस पूरे मामले में दो महिलाओं, तीन सीनियर सिटीजन समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस पूरे मामले में नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा दोषी नहीं बताया जा रहा है. इस पूरे मामले की जांच के लिए एक न्यायिक टीम का गठन किया गया जिसने घटनास्थल समेत अन्य स्थानों का दौरा किया.