भारत के आगे झुका चीन, 1 बिलियन डॉलर की डील रद्द होने पर गया खिसिया

India China Trade Relationship: एशिया महाद्वीप के दो सुपरपावर भारत और चीन ने अक्सर एक दूसरे की नीतियों का पुरजोर विरोध किया है. अरुणाचल प्रदेश और सीमा विवाद से बार-बार भारत को परेशान करना चीन की एक पुरानी आदत है, लेकिन इस बार भारत की विदेश नीति ने चीन को बैकफुट पर खेलने को मजबूर कर दिया है. बता दें कि BYD प्लांट से जुड़े सौदे को भारत की तरफ से रद्द करने के बाद चीन के गर्म तेवर नरम पड़ गए हैं. BYD चीन की जानी मानी इलेक्ट्रिक ऑटोमेकर कंपनी है जिसने भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए 1 बिलियन डॉलर का निवेश किया था लेकिन भारत ने इस प्रोजेक्ट को लाल झंडी दिखा दी है.

India China Trade Relationship | भारत ने दिखाई ताकत

जब से भारत ने चीन की बिलियन डॉलर डील को ठुकराया तब से चीन को मालूम पड़ गया है कि भारत पैसों के लिए अपने आत्मसम्मान से खिलवाड़ नहीं करेगा. इसी को लेकर चीन के बड़े कम्युनिस्ट नेताओं में शुमार वांग यी जोकी ने भारतीय एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की और कहा कि भारत और चीन एक-दूसरे के लिए चुनौती नहीं हैं. दोनों देशों को वैश्विक फायदे के लिए साथ में काम करने की जरूरत है.

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India China Trade Relationship | चीन ने अमेरिका पर साधा निशाना

BRICS से अलग हुई इस मीटिंग के दौरान वांग यी ने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन उन सब कामों के खिलाफ है जो किसी एक देश को उसका प्रभुत्व स्थापित करने में मदद करता हो. लेकिन वो उन सब कामों के साथ है जिससे सारे विकासशील देशों का विकास हो और इसमें भारत का शामिल होना बेहद जरूरी है. चीन अक्सर अमेरिका की पूंजीवादी नीतियों का विरोध करता आया है. शायद इसीलिए चीन में सारे अमेरिकन एप्लिकेशंस और ऑपरेटिंग सिस्टम बैन है.

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