Sawan Kamika Ekadashi 2023: ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार, इस साल सावन का महीना बेहद खास है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सावन 59 दिनों का है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार सावन के दौरान अधिकमास का भी संयोग बना हुआ है. सावन में इस बार शिव और भगवान विष्णु की उपासना का खास संयोग बन रहा है. दरअसल इस बार सावन की अवधि में खास एकादशी पड़ रही है. इस क्रम में आज कामिका एकादशी का खास संयोग बना है. श्रावण मास की एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है. मान्यता है कि सावन मास में शिवजी के साथ-साथ भगवान विष्णु की उपासना बेहद शुभफलदायी होती है. आइए जानते हैं कामिका एकादशी का पारण कब होगा, एकादशी का शुभ मुहूर्त क्या है और किस प्रकार पूजा करने से दोगुना फल की प्राप्ति होगी.
कामिका एकादशी पूजा मुहूर्त और पारण-समय | Kamika Ekadashi Shubh Muhurat Parana Time
दृक पंचांग के अनुसार, सावन कृष्ण पक्ष की कामिका एकादशी तिथि 12 जुलाई को शाम 5 बजकर 59 मिनट से शुरू हो चुकी है. जो कि 13 जुलाई को यानी आज शाम 6 बजकर 24 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, कामिका एकादशी का व्रत आज यानी 13 जुलाई को रखा जा रहा है. इसके अलावा कामिका एकादशी व्रत पारण का समय 14 जुलाई को सुबह 05 बजकर 33 मिनट से सुबह 08 बजकर 18 मिनट तक रहेगा.
कामिका एकादशी का महत्व | Kamika Ekadashi Mahatva
हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक, कामिका एकादशी का विधिवत व्रत-पूजन करने से भगवान शिव और श्रीहरि की विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही भक्तों के सारे दुख-दर्द दूर हो जाते हैं. ऐसे में आज सावन की कामिका एकादशी पर गुरुवार का भी शुभ संयोग बना है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है. ऐसे में आज विशेष पूजा करने के भगवान शिव सहित श्रीहरि का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा.
कामिका एकादशी 2023 पूजा-विधि | Kamika Ekadashi Puja Vidhi
सावन कामिका एकादशी पर आज सुबह उठकर स्नानादि से निवृत हो जाएं. इसके बाद भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें. पूजन के क्रम में भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें. इसके साथ ही उन्हें पंचामृत और तुलसी के पत्ते अर्पित करें. इतना करने के बाद, भगवान विष्णु का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जाप करें. इसके अलावा इस दिन भगवान शिव को भी जल अर्पित करें. कामिका एकादशी पर शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना ना भूलें. साथ ही साथ इस व्रत के दौरान पूरी तरह से जलीय आहार ग्रहण करें या फलाहार लें. अगर किसी वजह से कामिका एकादशी का व्रत नहीं रख पा रहे हैं तो ऐसे में इस दिन सात्विक भोजन ही ग्रहण करें. इस दिन तामसिक भोजन जैसे मांस, मदीरा इत्यादि से दूर रहें.