हाथरस भगदड़ का खुलासा,कौन है ये ढोंगी बाबा?

उत्तर प्रदेश का हाथरस जिला एक बार फिर से सुर्खियों में है. साल 2020 में दलित लड़की के साथ हुए रेप मामले में हाथरस चर्चा में आया इसके बाद एक बार फिर से इस जिले से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. जहां पर एक सत्संग के दौरान 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें 60 लोगों की बॉडी की पहचान अभी तक हो पाई है बाकी लोगों के की पहचान तक नहीं हो पाई. आईए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला और किस कारण ऐसी घटना हुई :-

जिला हाथरस, जहां समागम था भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि नाम के एक पाखंडी बाबा का. जिनके समागम के लिए दूर-दूर से लोग उसे सुनने के लिए आए थे. समागम के दौरान जब बाबा अपनी टीम के साथ वहां से निकलने लगा तब वहां मौजूद भीड़ बाबा के चरणों की धूल को पाने के लिए उनके पीछे दौड़ी. जिससे वहां पर भगदड़ मच गई और उस भगदड़ में महिलाओं बच्चों समेत 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. आपको बता दे की भगदड़ के बाद वहां पर एक के बाद एक लाशों का ढेर लग गया लेकिन बाबा एक बार भी अपने फॉलोवर्स को देखने के लिए बाहर नहीं निकला वह अपने बिल में छुपा बैठा रहा. पुलिस भी उसे ढूंढने की कोशिश कर रही है लेकिन वह कहीं फरार हो गया है. बताते हैं कि भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि कैसे लोगों के बीच इतना फेमस बना और वह किस तरह के चमत्कार दिखाता था.

भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि का असली नाम सूरज पाल है. वह यूपी सरकार में एक हेड कांस्टेबल की पोस्ट में तैनात था. नौकरी के दौरान ही उस पर कई यौन शोषण के मुकदमे दर्ज थे. इसके बाद इसे सस्पेंड कर दिया गया सस्पेंशन के बाद जब इस नौकरी में दोबारा से बहाल किया गया तो इसने अपनी नौकरी से VRS ले लिया. इसके बाद यह एक छोटे से आश्रम में अपनी पत्नी के साथ रहने लगा और धर्म का प्रचार करने लगा जिससे इसको अच्छा खासा चंदा भी मिल जाता था.

यह आम बाबाओ से अलग भगवा वस्त्र न धारण करके सफेद रंग के सूट बूट में नजर आता था. इसके सभी समागम की व्यवस्था इसके फॉलोअर्स ही करते थे. यह अपने हर समागम में अपनी पत्नी के साथ जाता था. जब यह प्रवचन नहीं दे पता था तो इसकी पत्नी प्रवचन करती थी लेकिन इसकी पत्नी कई महीनो से बीमार थी जिसके चलते यह अकेले ही प्रवचन करने जाता था.

इस घटना के बाद नारायण हरि का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने हाथ में चक्र घुमाता नजर आ रहा है. जिसमें वह खुद को हरि के रूप में पेश कर रहा है और हाथ से चक्र घुमाने का दावा करता है. इस दौरान वह हमेशा कहता था कि मैं अधर्म का अंत करूंगा. वे लोग जो फर्जी सद्गुरु बनकर बैठे हैं उनका पतन करूंगा उन्हें कोढ़ी बनाऊंगा. वह बोलता है कि मैं प्रलय ला सकता हूं मैं अधर्म का नाश करूंगा मैं किसी को बख्शने वाला नहीं हूं मैं विष मिटाने के लिए प्रकट हुआ हूं.

बाबा नारायण हरि को लेकर एक और दावा किया जाता है. बताया जाता है कि बाबा नारायण हरि के आश्रम के बाहर हैंडपंप लगे हुए हैं जिसका पानी बाबा का नाम लेकर पीने से सभी तरह की बीमारियों का अंत हो जाता है. इसे पीने से भक्तों को भी किसी तरह का रोग नहीं रहता है. बाबा अपनी उंगली में चक्र घूमता था तो लोगों के रोग दूर हो जाते थे. बाबा के इन दावों से पता चलता है कि बाबा सच में कितना बड़ा पाखंड का व्यापार करता था.