अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर की बदली हवा, शांति बहाली के साथ हथियार हुए सरेंडर

Manipur violence news: देश के मणिपुर राज्य में 3 मई को जनजातीय एकता मार्च निकाला गया था. जोकि मणिपुर हाईकोर्ट के एक आदेश के खिलाफ संपूर्ण मणिपुर के अंतर्गत मैतेई समुदाय के लोगों द्वारा निकाला गया था. इस आंदोलन के दौरान मणिपुर में तनाव काफी हिंसात्मक हो चुका था, इस दौरान काफी लोगों ने अपनी जान गंवा दी. जिसके बाद तीन सरकार की तरफ से मणिपुर हिंसा (Manipur violence news) में मृतक परिवार जनों के आश्रितों को मुआवजा देने की घोषणा की गई.

इतना ही नहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं देश के गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर पहुंचे मणिपुर की जनता से अपील की. इसके साथ ही अमित शाह ने मणिपुर की जनता को यह भी कहा था कि अगर किसी के पास कोई हथियार मिलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. जिसके बाद अमित शाह की (Amit shah) इस अपील का मणिपुर में काफी सकारात्मक असर देखने को मिला.

अमित शाह की अपील पर सरेंडर किए गए हथियार

मणिपुर हिंसा पर अमित शाह ने मणिपुर की जनता से अपील की थी कि वह शांति व्यवस्था बनाए रखने में सरकार और प्रशासन का सहयोग करें. जिसके बाद अगले ही दिन मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन के बाद मणिपुर में शांति बहाल की गई और 140 से अधिक हथियारों और 11 मैगजीन को लोगों ने प्रशासन के सामने सरेंडर किया है. जिनमें कई प्रकार की राइफल, आंसू गैस, स्मोक गन, पिस्तौल आदि शामिल हैं.

मणिपुर में तैनात की गई है फोर्स

मणिपुर में हिंसा के बाद हालात पर काबू पाने के उद्देश्य से भारतीय सेना (Indian soldiers) के जवानों तैनात किया गया है. इसके अलावा 140 असम राइफल्स की टुकड़ियां भी पूर्वोत्तर राज्य में माहौल को ठीक रखने का क्या कर रही हैं. मणिपुर राज्य में हिंसा को देखते हुए सुरक्षा एजेंसी अभी अलर्ट पर हैं, इसके साथ ही मणिपुर हिंसा में जिन लोगों ने भी जैसा को बढ़ावा दिया है, उनको सजा देने के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया जाएगा, और गुनहगारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी होगी.