राम मन्दिर उद्घाटन के लिए 90 लाख दान करेगा ये मुस्लिम परिवार, अब योगी के साथ हाँथ से हाँथ मिलाकर चलेंगे मुस्लिम
मुस्लिम परिवार के खिलाफ धार्मिक मौलानाओं ने किया फतवा जारी, अब बुलडोजर बाबा आये एक्शन में
अब मौलानाओं की खैर नहीं, योगी लेंगे कट्टर मौलानाओं की खबर, राम मन्दिर के लिए आगे आ रहे परिवार के साथ खड़े हुए योगी
आज के समय की बात करें तो लोग ज्यादातर धर्म जाति और मजहब में परेशान हैं कोई चाहता है हिन्दू राष्ट्र बन जाए तो कोई चाहता है इस्लामिक राष्ट्र बन जाए और इन्ही चीजों को लेकर जात पात, रंग भाव, हिंदू, मुस्लिम का स्थान सबसे ऊपर हो गया है। लेकिन इस कुरीति को तोड़कर नई हवा को बहाने समाज में कुछ लोग कर रहे हैं और उनमें से एक शख्स हैं समर गजनी। जो मुजफ्फरनगर बिहार के रहने वाले हैं। समर अभी कुछ दिन पहले चर्चा में इसलिए आ गए थे क्योंकि उन्होंने भगवा वस्त्र पहन कर मस्जिद में नमाज़ पढ़ी थी। अब इसी पहल को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने एक ऐसा ऐलान कर दिया है। जिससे उनपर लोग फतवा भी जारी करने में नहीं चुके। दरसल समर गजनी सिर्फ मुजफ्फरनगर में भगवा पहन कर मस्जिद जाने को लेकर ही चर्चा में नहीं है बल्कि उनके एक और बड़े ऐलान ने उन्हें चर्चा में सबसे ऊपर लाकर खड़ा कर दिया है। उनका मानना है और वो चाहते हैं कि भगवा वस्त्र पहन कर मस्जिद जाने की रवायत उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में शुरू हो। वहीं बता दें कि भगवा के प्रति प्रेम राजनीतिक दल रंगों को राजनीति से जोड़ते हैं, जबकि समर कहते हैं कि भगवान तो प्रेम का प्रतीक है, समाज में मधुर संबंध को जोड़ने का पुल है, इसलिए भगवा में क्या हिंदू और क्या मुसलमान? यह बात अलग है कि उनकी बातों पर अभी कोई ठोस सामाजिक प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन समर गजनी चाहते हैं कि जो उन्होंने मुजफ्फरनगर में किया है वो काम उत्तर प्रदेश के हर जिले में हो और फिर इसका विस्तार बाकी के राज्यों में भी होता चला जाए। समर की सियासी विचारधारा कैसी है, इसे लेकर बहस हो सकती है, लेकिन राम मंदिर के प्रति उनका आगाज बताता है कि उन्होंने समाज को नई दिशा देने की कोशिश की है। समर ने राम मंदिर के लिए अपनी 90,00,000 की संपत्ति दाम देने का फैसला किया है और इसे लेकर खूब चर्चा हो रही है। कहीं उनकी तारीफ हो रही है तो कहीं उन्हें राम का सच्चा भक्त कहा जा रहा है। हालांकि वो चाहते हैं कि मुस्लिम समाज के लोगों को बीजेपी के साथ जुड़ जाना चाहिए। बाकी पार्टियों को छोड़कर, ये अलग बात है कि उनके इस बयान पर भी किसी का कोई जवाब नहीं आया है। समर को लेकर सबसे पहले तब चर्चा शुरू हुई जब वो भगवा पहनकर ईद के दिन मस्जिद चले गए। नमाज़ अदा की ये खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। कई लोगों ने समर से इस बात पर चर्चा की। जवाब मिला कि योगी के राज़ में मोहब्बत वाला माहौल है। योगी जी ने पूरे प्रदेश को भगवामय कर दिया है क्योंकि भगवा प्यार का प्रतीक है, जिसके जरिए प्यार कका संदेश दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि योगी के राज़ में उत्तर प्रदेश एक दंगामुक्त प्रदेश बन चुका है जहाँ हिंदू भी प्यार से रह रहें लेकिन मुस्लिमों का पता नहीं। समर की बात लोगों के दिलों दिमाग में किस तरह से बैठेगी। ये तो समय बताएगा लेकिन यह सच है कि समाज को रंगों की राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की जरूरत है। वो चाहे हिंदू हों या फिर मुसलमान क्योंकि इस समाज को रंग के आधार पर बांटने वाले नेताओं को इससे करारा जवाब कुछ भी नहीं मिल सकता। समर की ये भी कोशिश है की ये संदेश पूरे समाज में जाए की योगी सरकार अपनी तरफ से प्यार का हाथ बढ़ाना चाहती है। हालांकि ऐसी बातों का कितना असर होगा ये परिणाम में कितना बदल पाएगा ये बता पाना फिलहाल थोड़ी जल्दबाजी होगी। पर समर अपनी ओर से समाज को बदलने में लगे हैं। आपकि इस पर क्या राय है जरूर बताएं।