नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले बवाल! 19 विपक्षी दलों ने किया बॉयकॉट का ऐलान

New Parliament Inauguration Boycott: देश का नया संसद भवन (New Parliament Building) बनकर तैयार हो चुका है। आने वाली 28 मई को इसका उद्घाटन होने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन (Inauguration) होगा, लेकिन अब सियासी पारा भी हाई होने लगा है। इस बिल्डिंग को लेकर सियासत छिड़ गई है। विपक्ष के नेता पीएम मोदी की आलोचना कर रहे हैं, साथ ही 19 विपक्षी दलों के लोग मिलकर इसका बॉयकॉट (Boycott) करने का ऐलान भी कर दिया है। आखिर कैसे ये समारोह राजनीति का मुद्दा बन गया, आइए समझने की कोशिश करते हैं। क्यों पूरा विपक्ष 28 मई को होने वाले कार्यक्रम के विरोध में उतर गया है।

कैसे शुरू हुआ नए संसद भवन का विरोध?

दरअसल, यह मामला तब से शुरू हुआ जब एक ट्वीट में यह बात कही गई कि इस नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी (PM Modi) को नहीं बल्कि राष्ट्रपति (President) द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) के हाथों होना चाहिए। यह ट्वीट कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने किया था.

राहुल गांधी के ट्वीट के बाद विरोध

ट्विटर पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया था कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति मुर्मू को करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी घेरा

राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद आनंद शर्मा ने अपने बयान में कहा कि पीएम मोदी के लिए संसद के नए भवन का उद्घाटन करना संवैधानिक नहीं है। सवाल यह खड़ा होता है कि क्या इसकी आवश्यकता है। किसी भी बड़े लोकतंत्र ने ऐसा नहीं किया है। आपको यह जानकारी दे दें, कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बीते 18 मई को पीएम मोदी को भवन उद्घाटन करने का न्योता दिया था। आनंद शर्मा ने आगे कहा कि जब नई संसद की नींव रखी गई उस वक्त भी राष्ट्रपति को दूर रखा गया और अब उद्घाटन के समय भी दूर रखा जा रहा है। यह न्यायोचित नहीं है।