भारत माता से ओवैसी को बैर, बोले फ़िलिस्तीन की जय

Aimim चीफ असदुद्दीन ओवैसी को भारत माता की जय और वन्दे मातरम के जयघोष से तो बहुत चिढ़ है लेकिन हिमाक़त तो देखिए उन्होंने भरी संसद में शपथ लेते हुए खुलेआम फ़िलिस्तीन का नारा लगा दिया. ओवैसी ने संसद में फ़िलिस्तीन की जय बोली. ओवैसी की दोगलापंती देखिये कि वो भारत माता के नारे पर कई नार आपत्ति जता चुके हैं, ये तक कह चुके हैं कि मेरी गर्दन पे कोई छुरी रख दे तब भी मैं वन्दे मातरम् नहीं बोलूँगा लेकिन अब उन्होंने मुस्लिम देश फ़िलिस्तीन का नारा संसद में लगा दिया है.

बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी हमेशा अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ संसद के 18वें सत्र के शपथ ग्रहण समारोह में. दरअसल शपथ ग्रहण के वक्त सांसदों ने कई नारे लगाएं जैसे राहुल गांधी ने शपथ ग्रहण के समय जय हिंद, जय संविधान का नारा लगाया वहीं बरेली से बीजेपी के सांसद छत्रपाल गंगवार ने राष्ट्र की जय का नारा लगाया. अयोध्या से सपा पार्टी के सांसद अवधेश राय ने जय अयोध्या जय अवधेश के का नारा लगाया.

मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने अपनी शपथ ग्रहण की शुरुआत राधे-राधे से की. लेकिन इनमें से सबसे विवादित रहा AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी का शपथ ग्रहण. हैदराबाद से सासंद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने शपथ ग्रहण के दूसरे देश का नारा लगाकर सभी को हैरान कर दिया. दरअसल उन्होंने शपथ ग्रहण दौरान जय भीम के बाद जय फिलिस्तीन का नारा लगाया. जिसको लेकर हंगामा मच गया. हालांकि प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने शपथ ग्रहण के अलावा बोले गए सभी शब्दों को रिकॉर्ड से हटवा दिया है.

आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में शपथ ग्रहण करने से पहले अल्लाह को याद किया और शपथ ग्रहण के बाद “जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन, तकबीर अल्ला-हु-अकबर” जैसे शब्द बोले. इसके बाद उन्होंने प्रोटेम स्पीकर से हाथ मिलाया और फिर अपनी जगह पर जाकर बैठ गए. वहीं एनडीए के सांसद इसे नियमों का उल्लंघन बता रहे हैं.

हालांकि मीडिया से बात करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर सफ़ाई भी दी. उन्होंने कहा कि शपथ लेते समय मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा जो किसी भी नियम के खिलाफ हो. सबने शपथ ग्रहण के समय बहुत कुछ कहा है. मैंने जो भी कहा है वह सब आपके सामने है. मीडिया ने जब उनसे सवाल किया कि सभी आपके खिलाफ है तो उन्होंने बोला कि कोई खिलाफ नहीं है. बताइए कौन सा संविधान का प्रोविजन है जिसके खिलाफ जाकर मैंने बोला है.

असदुद्दीन ओवैसी ने विरोध के सवाल पर ज़वाब दिया कि जो विरोध करते हैं उन्हें करने दीजिए. मीडिया ने जब उनसे सवाल किया कि क्या आपके बोले हुए शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाए तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और फिलीस्तीन के नाम पर उन्होंने कहा कि यह मजलूम आवाम है महात्मा गांधी ने भी फिलिस्तीन के बारे में क्या – क्या कहा है वह जाकर आप पढ़ लीजिए.