पलवल में ट्रैफिक पुलिस वालों का फर्जीवाड़ा आया सामने, चालान से सवा तीन लाख रुपये हड़पने का मामला

Palwal Crime News: अक्सर पुलिसकर्मी अपराध को खत्म करने के लिए जाने जाते हैं, अपराधी के अपराध पकड़ते हुए नजर आते हैं कई अपराधियों को फर्जीवाड़ा करते हुए सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम करते हैं,अपराध को दूर करने का काम करते हैं पुलिसकर्मी लेकिन पलवल से चौका देने वाला मामला सामने आया है जिसमें ट्रैफिक चालान विभाग में बड़े फ्रॉड की खबर सामने आ रही है. आपको बता दें कि पलवल ट्रैफिक विभाग में फ्रॉड गिरी का मामला सामने आया है। यहाँ तैनात पुलिसकर्मियों ने फर्जी चालान काटकर तीन साल में करोड़ों रुपये का घोटाला‌ कर डाला। तीन साल तक फर्जी चालान कटने का फ्रॉड सामने आने से सभी चौंक गये इस घोटाले को देखकर पुलिसवाले भी हैरान हैं।

ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों से वसूली गई लगभग सवा तीन लाख की रकम को पुलिसकर्मी हड़प गये ये वाहन चालकों से वसूली गयी रकम है जिसे वसूलने के बाद पुलिसकर्मीयों ने अपनी जेब में रख लिया। इसमें ऐसे मामले भी शामिल हैं जिनमें वाहन चालकों का चालान काटने के बाद फर्जी दस्तावेजों से चालान रद्द कर दिया गया और वसूली गयी रकम को अपनी जेब में खिसका लिया गया ऐसे में घोटाले की रकम और भी अधिक होने का अंदेशा लगाया जा रहा है। इस फर्जीवाड़े में हरियाणा के पलवल में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें एक हेड कॉन्सटेबल को गिरफ्तार कर पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि घोटाले में 10 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल हैं।

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एसपी ने जांच के आदेश दिए

डीएसपी का कहना है कि एसपी ने 25 अप्रैल को जांच पत्र जारी कर चालान ब्रांच की व्यापक जाचं करने के आदेश दिए यह जांच दो महीने तक चली और दो महीने की जांच के बाद फिर केस दर्ज किया गया है। डीएसपी ट्रैफिक संदीप मोर की शिकायत पर कैंप थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी हेड कॉन्सटेबल चमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।एसपी लोकेन्द्र सिंह ने कहा है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

आखिर कैसे पकड़ा गया फर्जीवाड़ा

जांच के दौरान बैंक का रिकॉर्ड खंगाला गया और फिर बैंक और चालान ब्रांच का रिकॉर्ड मिलाया गया लेकिन रिकॉर्ड मेल नहीं हो रहा था जिससे 3 करोड़ 20 लाख 19 हजार 650 रुपये का फर्जीवाड़ा निकलकर सामने आया। इस राशि को चालान ब्रांच में तो दिखाया गया लेकिन खाते में जमा नहीं करवाया गया। पुलिस के अनुसार चालान ब्रांच और ई- चालान काटने वाले पुलिसकर्मियों द्वारा फर्जी ई- चालान रसीदें और रसीदों की फोटो कॉपी के माध्यम से करोड़ों की रकम डकारने और घोटाला करने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।
डीएसपी संदीप मोर के अनुसार अभी हेड कॉन्सटेबल चमन और ईएमसी ओमवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें हेड कॉन्सटेबल को पांच दिन की कस्टडी में लिया गया है। एसपी ने कहा कि पूछताछ कर पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा जिनके भी नाम सामने आयेंगे उन्हें तुरन्त गिरफ्तार किया जाएगा। इस सम्बन्ध में घोटाले की राशि और भी बड़ सकती है। जनवरी 2020 से चालान रिकॉर्ड की जांच की जा रही है जांच पूरी होने पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

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