PM Modi ने ‘सेंगोल’ को किया दंडवत प्रणाम! जानें क्या है इसके पीछे का रहस्य

PM Modi bowed down to Sengol: आज यानी 28 मई को तकरीबन 7.30 बजे नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों किया गया. इसके बाद पूरे विधि-विधान से लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के बगल में सेंगोल को स्थापित किया गया है. इस दौरान तमिलनाडु से आए साधु-संतों ने मंत्रोच्चारण किए. इस दौरा लोकलभा अध्यक्ष सहित तमाम केंद्रीय मंत्रियों की भी मौजूदगी रही.

वैदिकक मंत्रोच्चारण के साथ मोदी ने किया सेंगोल को दंडवत

बता दें कि कार्यक्रम की शुरुआत में अधीनम (पुजारियों) ने पीएम मोदी को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सेंगोल यानी राजदंड प्रदान किया. राजदंड को हाथों में लेने से पहले पीएम मोदी ने सेंगोल को दंडवत प्रणाम किया. इसके बाद उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ नए संसद भवन में सेंगोल को स्थापित किया.

आजादी से जुड़ा है सेंगोल

सेंगोल का इतिहास आजादी से जुड़ा बताया जाता है. दरअसल जब लॉर्ड माउंट बैटेन ने पंडित नेहरू से सत्ता के हस्तांतरण की प्रक्रिया के बारे में पूछा था तो राजगोपालचारी ने सेंगोल की परंपरा के बारे में बताया था. इस तरह से सेंगोल की प्रक्रिया तय हुई थी. इसके बाद तमिलनाडु से पवित्र सेंगोल लाया गया था और पंडित नेहरू को मध्य रात्रि में दिया गया. जिसके बाद ये माना गया कि अंग्रेजों ने नेहरू को सत्ता सौंप दी है.