पंजाब के दौरे पर थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मोदी जी की सुरक्षा में भूल के मामले को लेकर बड़ी अनुयोजन किया गया है. सुरक्षा में भूल के मामले को लेकर सात पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है.
इस केस मे,,बठिंडा क्षेत्र के एसपी गुरबिंदर सिंह, डीएसपी परसन सिंह, डीएसपी जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह, इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह और एएसआई राकेश कुमार के नाम आया जा रहा है।
हालांकि, पीएम मोदी 5 फरवरी 2022 को बठिंडा क्षेत्र से राज-पथ के जरिए फिरोजपुर के लिए प्रस्थान कर रहे थे. तब किसानों ने रास्ते में चक्का जाम कर देने वाली स्थिति कर दी. इस वजह से पीएम मोदी के काफिले को फिरोजपुर के प्यारेआणा फ्लाईओवर पर रोकना पड़ गया. फ्लाईओवर पर सार्थवाह करीब 20 मिनट तक रूका रहा. इसके बाद सुरक्षा कारणों की वजह से पीएम मोदी के काफिले को फिरोजपुर जाने की बजाय वापस यू-टर्न करवा दिया गया
आखिर क्या कहा पीएम मोदी ने?
दिल्ली वापस लौटने के लिए जब पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर प्रस्थान किया तो उनकी तरफ से पंजाब के उस समय के कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए कहा था कि वो वापस जीवित लौट आए, इसके लिए सीएम को दिया धन्यवाद. इसके बाद मामले को लेकर बहुत तकरार हुआ।
सुप्रीम कोर्ट ने बनाई जाँच के लिए अलग कमेटी।
फिरोजपुर में पीएम मोदी की सुरक्षा में भूल के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से एक न्याय कमेटी का गठन किया गया. इस जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में पंजाब के समसामयिक मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को गुनेगार ठेहरया गया. इसके बाद इस न्याय कमेटी ने अगस्त 2022 में जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी सौंपा था.
सितंबर 2022 में सेंट्रल गोवर्नमेंट की तरफ से गुनेगार अधिकारियों के खिलाफ सक्त कार्रवाई करने के लिए सितंबर 2022 में पंजाब सरकार को पत्र लिख कार्यवाही की थी. एक साल बाद पंजाब पुलिस की तरफ से मामले में कार्रवाई करते हुए सात पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है.