धर्म को लेकर राहुल गांधी का विवादित बयान, पीएम मोदी नाराज

18वें लोकसभा का पहला सत्र काफी हंगामे के साथ चल रहा है. नेता प्रतिपक्ष बने सांसद राहुल गांधी अपने आक्रामक रवैय्ये में नजर आ रहे. उन्होंने लोकसभा सत्र की शुरूआत संविधान की कॉपी लेकर की. बैक टू बैक वह कई मुद्दों को लेकर संसद ने अपनी आवाज उठा रहे हैं. हाल ही में राहुल गांधी ने संसद में हिंदू धर्म का मुद्दा उठाया जिसमें उन्होंने भगवान की कुछ तस्वीरें दिखाईं और बताया कि उन तस्वीरों से हमें क्या सीख मिलती है.

राहुल ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई. इतना ही नहीं उन्होंने हिन्दू धर्म के विभिन्न धर्मगुरुओं की तस्वीरों के साथ ही सिख, ईसाई, इस्लाम और बौद्ध धर्मों का सहारा लिया और कहा कि सभी धर्म हमें सीखते हैं कि- डरो मत, डराओ मत.

हंगामा उस वक्त खड़ा हो गया जब राहुल ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई. जिसके लिए स्पीकर ने उन्हें टोका और कहा कि यह नियमों के खिलाफ है. पर राहुल ने बताया कि भगवान शिव की तस्वीर के जरिए वह कुछ बताना चाहते हैं. भगवान शिव के गले में लिपटा सांप, हाथ में पकड़े डमरू-त्रिशूल और उनकी हाथों की मुद्रा का वर्णन करते हुए उन्होंने सत्ता पक्ष पर निशाना साधा.

राहुल ने कहा कि भगवान शिव से हमें कभी भी न डरने की शक्ति मिलती है. वह कभी भी हमें सत्य से पीछे न हटने की प्रेरणा देते है. भगवान शिव के बाएं हाथ का त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि यह त्रिशूल उनके दाएं हाथ में होता तो वह हिंसा का प्रतीक होता. सत्य, साहस और अहिंसा की हमारा अस्त्र है.

राहुल के इस बयान के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खड़े होकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई उन्होंने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना एक गंभीर विषय है. जिस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि पूरा बीजेपी हिंदू समाज नहीं है और ना ही पूरा आरएसएस हिंदू समाज है.

राहुल ने कहा कि हिंदू समाज के लोग हिंसा नहीं कर सकते हैं लेकिन बीजेपी हर वक्त हिंसा की बात करती है. बीजेपी के नेता हर वक्त संविधान पर हमला करते रहते हैं. जिसका नतीजा यह है कि हमारे कई नेताओं को उन्होंने जेल में डाल दिए गए. एक नेता अभी जेल में है और एक अभी जेल से बाहर आया हैं. मेरे खिलाफ भी साजिश हुई थी. मुझे 2 साल की सजा हुई थी मेरा घर मुझसे छीन लिया गया यहां तक की मीडिया में भी मेरे खिलाफ 24 घंटे का कैंपेन चलाया जाने लगा था.

राहुल के इस बयान पर प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह काफी ज्यादा नाराज है और उनसे देश की जनता से माफी मांगने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि देश की करोड़ जनता गर्व के साथ खुद को हिंदू कहती है. आप हिंसा को किसी धर्म से नहीं जोड़ सकते हैं.