मानसून के पहले शुरू होने वाली बारिश ने गर्मी से तो लोगों को निजात दे दी लेकिन अयोध्या के रामपथ की पोल खोल कर रख दी. जिसके चलते भगवान राम की अयोध्या नगरी चर्चा का विषय बन गई है. सबसे पहले राम मंदिर में श्री रामलला के गर्भगृह की छत का टपकना और अब बरसात के कारण रामपथ में होने वाले गड्ढों ने प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है. जिसको देखकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ काफी ज्यादा नाराज नजर आए हैं और उन्होंने प्रशासन पर कड़ा एक्शन ले लिया है.
जून में शुरू होने वाले प्री मानसून से अयोध्या के रामपथ में जगह-जगह पर गड्ढे हो गए हैं. इसके बाद पीडब्ल्यूडी प्रशासन हरकत में आया और अपनी सफाई में कहा कि प्री मानसून में शुरू होने वाली बारिश काफी तेज स्पीड से हुई थी जिसके चलते रामपथ में जगह-जगह गड्ढे देखने को मिले. आपको बता दे की रामपथ को पिछले साल ही बनाया गया था. रामपथ की सड़क बनने के बाद यह उसकी पहली बारिश थी.
पहली बारिश में ही दिखने वाले गड्ढों ने लोगों के मन में सवाल खड़ा कर दिया. सभी लोगों के मन में बस एक ही सवाल है कि पहली बारिश में ही इस सड़क का ऐसा हाल कैसे हो गया? योगी सरकार ने राम पथ के निर्माण में हुई लापरवाही के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग के तीन इंजीनियरों के खिलाफ एक्शन लिया है.
रामपथ सड़क निर्माण मामले में हुई लापरवाही में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर समेत तीन इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया गया हैं. इस मामले में पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव अजय चौहान ने तीन इंजीनियरों पर एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड किया है. आपको बता दें कि अयोध्या के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ध्रुव अग्रवाल, एई अनुज, और जेई को सस्पेंड किया गया है.