Rawat का Owaisi पर बड़ा आरोप, कहा- उत्तराखंड में भड़काना चाहते हैं सांप्रदायिक तनाव

Rawat vs Owaisi: बीते दिनों उत्तराखंड के उत्तर काशी में हुई सांप्रदायिक घटना अब और भी तूल पकड़ता जा रहा है. दरअसल इस मामले में एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी परोक्ष रूप से कूदते नजर आ रहे हैं. जिसे लेकर उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने एक ट्वीट के जरिए ओवैसी पर कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में एआईएमआईएम के नेता को प्रदेश में शांति भंग करने और माहौल खबार करने की इजाजत नहीं दी जाएगा. चाहे वे लाख कोशिश क्यों ना कर लें.

बता दें कि कुछ दिनों पहले असदुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट के जरिए मांग की थी कि उत्तरकाशी के पुरोला में होने वाले महापंचायत पर रोक लगाई जाए. इसके साथ ही रावत ने मौलवियों को यह सलाह दी थी कि मदरसों में मुस्लिम बच्चों को अच्छे संस्कार दिए जाएं. ऐसी सलाह देने के पीछे उनका मकसद था कि प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव कायम रहे. इसके अलावा बीजेपी नेता ने हिंदू धर्मगुरुओं का उदाहरण पेश करते हुए दावा किया कि वे युवाओं को अनैतिक या गलत कार्य करने के लिए कभी नहीं उकसाते हैं.

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बता दें कि बीजेपी नेता ने लव और जमीन जिहाद के मसले पर सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत संविधान के नियमों द्वार संचिलित होता है. साथ ही धर्मांतरण और जमीन के अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कानून के लिहाज से बिल्कुल ठीक है. साथ ही साथ त्रिवेंद्र रावत ने ओवैसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे राज्य में सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि उनकी ऐसी मानसिकता राजनीति के लिए उपयुक्त हो सकती है. इतना ही नहीं, रावत ने कहा कि ओवैसी को धमकी भरे शब्दों में बात करने से पहले विचार करना चाहिए. वे उत्तराखंड तभी आएं जब उन्हें इसकी अनुमति दी जाए. बताते चलें कि व्यापार संघ और हिंदू संगठन ने लव जिहाज की कथित घटना के विरोध में पुरोला में महापंचायत का ऐलान किया था. हालांकि बुधवाक को इसे वापस ले लिया गया था.

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