Vladimir Putin के यार ने क्यों गद्दारी? जानें पुतिन की लिडरशिप क्वालिटी के बारे में सबकुछ

Russia Ukraine War: रूस में उपजे सैन्य हालात के बाद लोग इस बात की जानकारी जुटाने में लगे हैं, कि आखिर वह कौन शख्स है जिसकी वजह से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भी टेंशन में आ गए हैं. लोग इस बारे में भी गूगल (Google) से पूछ रहे हैं कि आखिर कौन है येवगेनी प्रिगझिन जो कि किसी समय पुतिन का शेफ रहा था. जो कि आज उन्हीं के लिए गंभीर संकट पैदा कर रहा है. दरअसल एक समय ऐसा था कि जब पुतिन येवगेनी प्रिगझिन के दम पर यूक्रेन फतह के दावे करते थे. आज रूस में स्थिति ऐसी है कि यह शख्स तख्ता पलट के पर उतारू हो गया है. आइए जानते हैं कि आखिर किस वजह से पुतिन के यार ने उससे गद्दारी की और पुतिन की लिडरशिप की क्वालिटी क्या है.

व्लादिमीर पुतिन के यार ने क्यों की गद्दारी ?

मीडिया खबरों के मुताबिक, एक समय येवेगनी, पुतिन को हॉट डॉग कहा करता था, लेकिन अब वही शख्स अपने मालिक के लिए मुसीबत बन गया है. कहा जाता है कि जब रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ी तब येवेगनी ने अपने प्राइवेट आर्मी के लड़ाकों को रूसी सेना के साथ लगा दिया. किराये पर लिए गए ये लड़ाके वो कैदी थे, जिन्हें येवेगनी ने जेल से छुड़ाने का वादा किया था. फिर बाद में अपने वैगनर ग्रुप का साथी बना लिया. परंतु, अब येवेगनी इस बात से खफा है कि रूसी सेना ने इसके लड़ाकों का न तो ख्याल रखा और न ही लड़ने के लिए आवश्यक सैन्य हथियार उपलब्ध कराए.

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जानकारी रहे ककि येवेगनी प्रिगोझिन अपने ही यार के विरुद्ध बागी हो गए हैं. इतना ही नहीं, येवेगनी प्रिगोझिन रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू को हटाने पर अड़े हैं. लेकिन जिस तरह येवेनगी ने रूसी शहर रोस्तोव आन डॉन पर कब्जे का दावा करने बाद अपने लड़कों को लेकर मॉस्को की तरफ बढ़ने का इरादा जताया. जिसे लेकर क्रेमलिन में खलबली मच गई है.

पुतिन की लिडरशिप की क्या है क्वलिटी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पूरा नाम व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन है. इनका जन्म 7 अक्टूबर 1952 को हुआ. बता दें कि आज भी व्लादिमीर पुतिन रूस के सबसे लोकप्रिय और सफल राजनेताओं में से हैं. जानकारी रहे कि ये 7 मई 2012 से रूस के राष्ट्रपति पद पर काबिज हुए. साल 2018 के चुनाव में पुतिन को 75 फीसदी से भी ज्यादा लोगों ने पसंद किया था. इससे पहले भी वे साल 2000 से 2008 तक रूस के राष्ट्रपति के तौर पर काबिज थे. इसके अलावा साल 1999 से 2000 और 2008 से 2012 के बीच रूस के प्रधानमंत्री भी रहे. बता दें कि अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान पुतिन यूनाइटेड रशिया पार्टी के अध्यक्ष की भूमिका भी निभा चुके हैं.

  • पूर्व में जासूस होने की वजह से पुतिन की छवि ताकतवर नेता की है.
  • 1999 में भी जब येल्तसिन ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया तो कई इस फैसले के खिलाफ थे, लेकिन पुतिन को कोई नहीं रोक सका.
  • 2008 में जब पुतिन ने राष्ट्रपति पद छोड़ा और दिमित्री मेदवेदेव को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया. तब विपक्ष ने इस पर भी सवाल उठाए थे. साथ ही आरोप यह भी लगा कि भले ही कुर्सी मेदवेदेव के पास होगी, परंतु उसकी चाबी पुतिन के पास ही रहेगी.

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