AAP सांसद ने ट्रेन हादसे पर सरकार को घेरा, कहा-“सुरक्षा से नहीं है कोई वास्ता, केवल करना है दिखावा”

MP Sandeep Pathak statement on train accident: शुक्रवार की रात ओडिशा (Odisha) में हुए ट्रेन हादसे से पूरा देश सदमे में है. इस हादसे में अब तक 288 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 900 से अधिक लोग घायल हैं. हालांकि बालासोर में हुए ट्रेन हादसे का मूल कारण सामने नहीं आया है, लेकिन ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर सियासत गरमा गई है. विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार (Modi Government) पर हमला शुरू कर दिया है. तो ऐसे में आप (AAP) पार्टी के सांसद और रेलवे कमेटी के सदस्य संदीप पाठक (Sandeep pathak) ने भी इस मामले को लेकर मोदी सरकार की खूब आलोचना की है.

इसके साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मोदी सरकार के एजेंडे में सुरक्षा नहीं आती, बल्कि इस सरकार का पूरा ध्यान केवल दिखावे पर है. इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए उस बैठक का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने रेलवे (Railway) की सुरक्षा को लेकर कुछ एक बातें सरकार के सामने रखी थी. उनका कहना है अगर समय से उनके सुझावों पर ध्यान दिया गया होता, तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता.

संदीप पाठक ने बैठक में भी उठाया था रेलवे सुरक्षा का मुद्दा

आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक का कहना है कि वह रेलवे कमेटी के सदस्य हैं. जिसके नाते उन्होंने कई बार रेलवे की सुरक्षा का मुद्दा बैठकों के दौरान उठाया है. ऐसे में उन्होंने अब इस हादसे को लेकर सरकार पर उंगली उठाना शुरू कर दी है. उनका कहना है कि मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल में केवल 2 फ़ीसदी रेलवे ट्रैक पर ही एंटी कोलिजन डिवाइस लग पाया है.

संदीप पाठक के अनुसार यदि आंकड़ों पर नजर डालें, तो भारत में करीब 23000 ट्रेनें मौजूद है, जिनमें से केवल 65 ट्रेनों में ही एंटी कोलिजन डिवाइस (anti collision device) लगा हुआ है. संदीप पाठक ने यह भी कहा कि यदि इस गति से काम होगा तो सारी ट्रेनों में इस डिवाइस को लगाने में करीब 400 से अधिक साल लग जाएंगे.

मोदी सरकार में केवल 50 फ़ीसदी रेलवे ट्रैक ही हुए हैं अपग्रेड

सांसद संदीप पाठक ने मोदी सरकार के खिलाफ धावा बोलते हुए जनता को यह भी याद दिलाया, कि मोदी सरकार ने साल 2014 में सभी रेलवे नेटवर्कों पर एंटी डिरेलमेंट डिवाइस (anti derailment device) लगाने की बात कही थी, लेकिन धरातल पर देखें तो केवल 50 फ़ीसदी रेल नेटवर्क ही अब तक अपग्रेड हुए हैं, ऐसे में मोदी सरकार ने जनता से किए हुए सुरक्षा के वादे को पूर्ण नहीं किया.

मोदी सरकार का पूरा ध्यान पीआर पर है, वह रेलवे की सुरक्षा के एजेंडे पर काम नहीं कर रही. आपको बता दें संदीप पाठक के अलावा विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने इस हादसे के बाद मोदी सरकार को घेर लिया है, जबकि कई लोग केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.