भगवान शिव आदि और अनंत हैं सनातन धर्म में उनके करोड़ों उपासक हैं माना जाता है कि जो भी भक्त भगवान शिव की मन से पूजा करता है भगवान शिव की कृपा दृष्टि हमेशा उन पर रहती है. समय के अभाव के चलते जो सोमवार को भी भगवान शिव की पूजा करते हैं भगवान अपने उसे भक्त की भी हर मनोकामना पूरी करते हैं. भगवान शिव की स्तुति पाठ करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. इसके और भी कई लाभ हैं जिन्हें शिव स्तुति पाठ से प्राप्त किया जा सकता है.
विशेष रूप से सोमवार के दिन भगवान शिव की स्तुति पाठ करना चाहिए.सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें फिर शिवलिंग के सामने आसन लगाकर बैठ जाएं. धूप-दीप जलाकर शिवलिंग का जल से अभिषेक करें. बेलपत्र, आक, धतूरा को उन पर अर्पित करें. इसके बाद भगवान शिव को भोग लगाएं फिर शिव स्तुति का पाठ करें.
शिव स्तुति का पाठ करने से सभी प्रकार के भौतिक सुख प्राप्त होते है साथ ही सभी असाध्य रोगों का भी नाश हो जाता है.
शिव स्तुति पाठ करने से मन हमेशा खुश और आनंदित रहता है.
शिव स्तुति इस प्रकार से है-
शिव स्तुति करने वाले के पास कभी भी मानसिक बीमारियां नहीं सताती है साथ ही आत्मविश्वास बढ़ जाता है.
यह पाठ भगवान शिव को बहुत पसंद है इससे वह जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. परिवार में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है.
आशुतोष शशांक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा।।
निर्विकार ओमकार अविनाशी, तुम्ही देवाधि देव,
जगत सर्जक प्रलय करता, शिवम सत्यम सुंदरा।।
निरंकार स्वरूप कालेश्वर, महा योगीश्वरा,
दयानिधि दानिश्वर जय, जटाधार अभयंकरा।।
शूल पानी त्रिशूल धारी, औगड़ी बाघम्बरी,
जय महेश त्रिलोचनाय, विश्वनाथ विशम्भरा।।
नाथ नागेश्वर हरो हर, पाप साप अभिशाप तम,
महादेव महान भोले, सदा शिव शिव संकरा।।