2024 लोकसभा चुनाव में पूर्व सांसद स्मृति ईरानी को अमेठी सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा था. यह हार उन्हें किसी बड़े नेता से नहीं बल्कि अमेठी के एक आम नेता किशोरी लाल शर्मा से मिली थी. जिसके बाद जनता ने स्मृति ईरानी को ट्रोल करना शुरू कर दिया था. लोकसभा चुनाव में हारने वाले नेताओं को सरकारी बंगला खाली करना पड़ता है इसी कड़ी में स्मृति ईरानी ने अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया है इसकी जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई. जिसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं और उनको ट्रोल कर रहे हैं.
जनता का स्मृति ईरानी को ट्रोल करना शायद राहुल गांधी को अच्छा नहीं लगा जिसके चलते उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि “जीवन में हार जीत तो लगी ही रहती है. मैं सभी से अपील करना चाहता हूं कि वह स्मृति ईरानी जी या फिर किसी भी नेता के बारे में अपशब्द भाषा का प्रयोग ना करें और बुरा बोलने से बचें. लोगों का अपमान करना और उन्हें नीचे दिखाना यह सिर्फ कमजोर लोगों की निशानी होती है ताकत की नहीं.”
राहुल गांधी की इस पोस्ट का जवाब देते हुए बीजेपी आईटी टीम के हेड अमित मालवीय ने अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट किया कि “यह अब तक का सबसे कपटपूर्ण मैसेज है. कांग्रेस नेताओं को भेड़ियों के झुंड की तरह उस महिला पर हमला करने के बाद, जिसने उन्हें अमेठी में हराया और उनके अहंकार को चूर-चूर कर दिया, यह बहुत अच्छा है. यह सब बकवास इस बात से पर्दा नहीं उठाती कि श्रीमती स्मृति ईरानी ने बालक बुद्धि को अमेठी छोड़ने के लिए मजबूर किया था.”
स्मृति ईरानी लुटियंस दिल्ली में 28 तुगलक क्रीसेंट में सरकारी बंगले में रहती थी जिसे उन्होंने खाली कर दिया है. वह अमेठी के वर्तमान सांसद किशोरी लाल शर्मा से डेढ़ लाख वोटो के अंतर से हार गई थी. 2019 में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को अमेठी से करारी शिकस्त दी थी.