Spy Love Story: जासूस, ये शब्द अपने आप में ही एक रोमांच है, इस शब्द को सुनते ही अनेकों सिनेमाई कैरेक्टर्स हमारे आंखों के सामने आके छा जाते हैं, लेकिन ऐसे भी कुछ जासूस से प्रेरित सिनेमा बने हैं जिनकी कहानी पूरी तरह से सत्य घटना पर आधारित है. उसी में से एक है एम बटरफ्लाई जो कि एक चीनी जासूस और फ्रांस के राजदूत पर आधारित है.
बर्नार्डा बरसीकॉट फ्रांस के सम्मानित राजदूत थे जिनका ट्रांसफर 1964 में चीन के बीजिंग प्रांत में कर दिया जाता है. उस दौर में चीन के लोगों पर लाखों पाबंदियां थीं, बर्नार्डा बरसीकॉट अकेले अपने एक घर में रहते थे. कुछ दिन बाद जब क्रिसमस का त्योहार आया तो बर्नार्डा बरसीकॉट के एक दोस्त ने उन्हें अपने पार्टी में निमंत्रण भेजा. जब बर्नार्ड उस पार्टी में गए तो उनकी नजर एक चीनी नवयुवक पर पड़ी जो वहा पे एकमात्र चीनी था.
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धीरे-धीरे दोनों की बातों का सिलसिला शुरू हुआ, कुछ देर बात करने के बाद उस लड़के ने बर्नार्डा को बताया कि वो यहां पर फ्रांस से आए लोगों को मैंडरिन भाषा सिखाता है. बर्नार्ड ने भी मैंडरिन सीखने में दिलचस्पी दिखाते हुए उस लड़के को अपने घर आने का न्योता दे दिया, उस दिन के बाद वो नवयुवक जिसका नाम शी पी पू था रोजाना बर्नार्डा के घर उसे मैंडरिन सिखाने आने लगा.
कुछ समय बाद अचानक से चीनी नवयुवक गायब हो गया और बर्नार्डा के घर बहुत दिनों तक नहीं आया. जिसके कारण बर्नार्ड का मन बहुत ही विचलित होने लगा, उस चीनी लड़के को खोजने की उम्मीद लिए जब बर्नार्डा ने उसके बारे में लोगों से पूछताछ की तो मालूम लगा की वो लड़का अपने दादी के साथ रहता है. जब बर्नार्ड उसके घर पहुंचा तो उस लड़के ने बर्नार्डा को अपनी आपबीती सुनाई. उसने कहा कि वो पैदा एक लड़की के तरह हुई थी लेकिन उसकी दादी, जिसने एक और बेटी होने पर उसके पिता की दूसरी शादी करने की धमकी दी थी. उसके डर से उसने अपना पहचान छिपा ली और एक लड़के की तरह रहने का फैसला कर लिया. ये बात सुनकर बर्नार्डा के पैरों तले से जमीन खिसक गई.