Satyendra jain interim bail: आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को 1 साल बाद सर्वोच्च न्यायालय ने बेल दे दिया है। वह बीते वर्ष 31 मई 2022 से ईडी (ED) के हिरासत में हैं। शुक्रवार को हुई याचिका पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट (SC) ने कहा कि ‘आपको स्वास्थ्य आधार पर छह सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दी जा रही है। इस दौरान आप निजी अस्पताल में जाके अपना इलाज करवा सकते हैं। जमानत की शर्त निचली अदालत तय करें।
मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी
याचिका पर सुनवाई के दौरान अवकाश बेंच के जज ने यह साफ कर दिया कि जमानत की कुछ शर्तें रहेंगी। इस दौरान सत्येंद्र जैन गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेंगे। बिना कोर्ट के अनुमती के आप दिल्ली से बाहर नहीं जाएंगे। जो इलाज आप करवा रहे हैं, उसकी पूरी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी जाए। जज ने यह भी कहा कि वह मीडिया में अपनी किसी भी प्रकार का बयान नहीं देंगे। इस मामले पर अगली सुनवाई 10 जुलाई को होगी। स्वतन्त्र रूप से होने वाले जांच पर फैसला अगली सुनवाई में होगी।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं सत्येंद्र जैन
शुक्रवार को SC अवकाश बेंच के सामने सुनवाई के वक्त अभिषेक मनु सिंघवी ने अदालत से कहा कि आज मैं केवल स्वास्थ्य आधार पर जमानत देने की मांग रख रहा हूं। बीते 1 साल से सत्येंद्र जैन जेल में हैं, उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इसपर एडिशनल साॅलिसीटर जनरल PS राजू ने कहा कि सत्येंद्र जैन के स्वास्थ्य की जांच AIIMS या राम मनोहर लोहिया के पैनल से हो। हम LNJP की रिपोर्ट पर विश्वास नहीं कर सकते। क्योंकी, यह दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भी रहे चुके हैं।
सत्येंद्र जैन पर क्यूं नहीं किया जा रहा भरोसा?
SSG के इस सवाल के उत्तर में अधिवक्ता एएम सिंघवी ने कहा कि तिहाड़ के सभी कैदियों का इलाज भी LNJP में ही होता है। इसके प्रश्न उठाते हुए अवकाश कोर्ट के जज ने PS राजू से कहा कि आप हमारे सामने दिए गए रिपोर्ट पर भरोसा क्यूं नहीं करेंगे। उन्होंने उत्तर दिया कि जब उच्च न्यायालय में हमने AIIMS से जांच की मांग की थी, तो इन्होंने याचिका ही वापस ले ली थी। ये ही नहीं, सत्येंद्र ने खुद को LNJP से डिस्चार्ज भी करवा लिया था। इतने ज्यादा बीमार थे, तो ऐसा इन्होंने क्यूं किया?