बेसिक शिक्षा परिषद के टीचरों का डिजिटल सिग्नेचर को लेकर विरोध जारी है इसी बीच कई जिलों में शिक्षकों द्वारा डिजिटल सिग्नेचर न करने पर एक्शन भी लिया गया है टीचर्स ने डिजिटल सिग्नेचर के जरिए अपनी अटेंडेंस नहीं लगाई और अपना विरोध जारी रखा टीचर्स ने अपने विरोध में तीन दिन से हाजिरी दर्ज नहीं कराई जिसके चलते 9000 शिक्षकों का वेतन काटने का आदेश दे दिया गया है.
उन्नाव के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आदेश दिया है कि तीन दिनों तक चीन शिक्षकों ने अपने डिजिटल सिग्नेचर दर्ज नहीं करने वालों पर विभागीय आदेश की अवहेलना करना माना जाएगा ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी साथ यह भी कहा कि अगले आदेश तक शिक्षकों का वेतन और मानदेय रोक दिया जाएगा. वही बाराबंकी में भी डिजिटल सिग्नेचर न करने वाले शिक्षकों पर एक्शन लिया गया है जहां उनके तीन दिन का वेतन रोक लिया गया है.
आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 11 जुलाई से शिक्षकों के लिए डिजिटल सिग्नेचर को लागू कर दिया गया था जिसके बाद सभी टीचर्स को डिजिटल रूप से अपनी हाजिरी दर्ज करानी होगी. 11 जुलाई से लेकर अब तक यूपी के 132869 बेसिक स्कूलों के 16015 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज कराई. अधिकतर शिक्षकों ने इसका विरोध किया. सोशल मीडिया पर टीचर्स ने डिजिटल सिग्नेचर के विरोध में एक कैंपेन भी चलाया.
बेसिक शिक्षा परिषद के इस आदेश को सख्ती से लागू कराने की तैयारी की जा रही है जिसके लिए उन्नाव और बाराबंकी के बीएसए ने सख्त निर्देश भी दिए गए हैं. बीएसए ने अपने आदेश में कहा कि तीन दिन तक ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज न कराने वाले टीचर्स की सैलरी रोक दी जाए. सभी टीचर्स को ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कराना जरूरी है.
वहीं शिक्षक बड़े पैमाने पर इस ऑनलाइन हाजिरी का विरोध कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी शिक्षकों ने ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में एक कैम्पयन चलाया. कुछ टीचर्स ने बैक ब्लैक बैंड बांध कर भी ऑनलाइन अटेंडेंस का विरोध किया.