भारतीय खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआई (ISI) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकियों ने मिलकर भारत में घुसपैठ की योजना बनाई थी. जिसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने आतंकियों के मैसेज को डिकोड करते हुए आतंकियों की इस योजना को विफल कर दिया. मिली जानकारी के अनुसार, इन दोनों संगठनों के आतंकवादी पंजाब और कश्मीर से सटी सीमा के माध्यम से भारत में प्रवेश करने वाले थे. जिसके लिए उन्हें भारतीय टनल की खुदाई का आदेश मिला था. जिसकी जानकारी लगते ही भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने आतंकियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है.
खुफिया एजेंसियों के हाथ लगी बड़ी सफलता
भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारियों को जब आतंकियों की घुसपैठ की खबर लगी. तब से ही पंजाब और जम्मू कश्मीर से सटी भारतीय सीमा पर एजेंसी द्वारा कड़ी सुरक्षा निगरानी की जा रही थी. इस दौरान खुफिया एजेंसी के हाथ यह खबर भी लगी कि भारतीय सीमा के भीतर ड्रोन के माध्यम से ड्रग्स और हथियार भेजे जा रहे हैं. इन ड्रोन कैमरा को स्टोरेज करने के लिए लाहौर में सेंटर बनाए गए हैं. जहां से ड्रोन को लॉन्च करने के लिए पाकिस्तान के सियालकोट और पंजाब के नारोवाल व्यवस्था की गई है. जिसको देखते हुए भारतीय सीमा पर डटे बीएसएफ और भारतीय सेना के जवान पूर्ण तरीके से मुस्तैद हैं. इसके साथ ही आतंकी गतिविधियों को नाकाम करने की पूर्णतया कोशिश के बाद भी खुफिया एजेंसी अलर्ट पर हैं. जोकि पाकिस्तान के एएसआई और जैश-ए-मोहम्मद के भारतीय सीमा के भीतर आकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की सभी कोशिशों को नाकाम साबित करने के लिए प्रयासरत हैं. इसके लिए भारतीय सीमा की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं. ताकि भारतीय सीमा के भीतर किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों को ना पनपने दिया जाए.