वास्तु दोष को दूर कर घर में बरकत लाते हैं ये पौधे, लगाकर तो देखिए

वास्तु शास्त्र में घर और दफ्तर के लिए कई वास्तु नियम बताए गए हैं. जिन लोगों की वास्तु शास्त्र में आस्था है, कभी भी अपना घर, दफ्तर या अन्य जगहों का वास्तु ध्यान में रखने के बाद ही कोई काम शुरू करते हैं. वास्तु के जानकार बताते हैं कि जिस घर का वास्तु सही नहीं होता, वहां हमेशा, अशांति, पारिवारिक कलह, फिजूलखर्ची बनी ही रहती है. वहीं जिस घर का वास्तु दोष सही होता है, वहीं बरकत होती रहती है. ऐसे घर में मां लक्ष्मी का भी वास माना जाता है. वास्तु शास्त्र में घर या दफ्तर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. दरअसल वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि कुछ खास पौधों को घर या दफ्तर में लगाने से वहां का वास्तु दोष दूर होने के साथ-साथ वहां बरकत भी लाते हैं. आइए जानते हैं इस खास पौधों के बारे में.

तुलसी

तुलसी के पौधे को वास्तु की दृष्टिकोण से खास माना जाता है. मान्यता है कि इस पौधे को घर में सही दिशा को ध्यान में रखकर लगाया जाए तो वास्तु दोष दूर हो जाता है. वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि तुलसी के पौधे को लगाने के लिए उत्तम कार्तिक मास का होता है. इसके साथ ही इसे घर के उत्तर पूर्व दिशा की ओर लगाना सबसे शुभ है. ज्योतिषीय मान्यता के मुताबिक तुलसी पूजन से अनेक ग्रह दोष भी दूर होते हैं, साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.

आंवला

आंवला के पौधे का संबंध भगवान विष्णु से माना गया है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक इस पौधे को उत्तर, पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में लगाना चाहिए. इसके साथ ही रोजाना इसकी पूजा करनी चाहिए. वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि इस पौधे को सही दिशा में लगाने से घर में बरकत होती रहती है. साथ ही भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है.

पारिजात यानि हरसिंगार या कल्पवृक्ष

वास्तु शास्त्र के मुताबिक इस पौधे को घर में लगाने यह पौधा घर में लगाना बेहद शुभ होता है. इस पौधे को लगाने के लिए घर की पूर्व या उत्तर दिशा उपयुक्त मानी गई है. अति शुभ माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक समुद्र मंथन से 11वें नंबर पर जो रत्न प्राप्त हुआ था, वह पारिजात का पौधा ही था. यही वजह है कि इसे स्वर्ग का पौधा भी कहा जाता है. मान्यता है इसे छूने मात्र से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है.वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिस घर में यह पौधा होता है, वहां का वास्तु दोष शांत हो जाता है. इसके साथ ही सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता रहता है.

शमी

वास्तु शास्त्र के मुताबिक शमी का पौधा घर में लगाना अत्ंयत शुभ है. मान्यता है कि जब श्रीराम ने लंका विजय के लिए निकले थे तो उससे पहले उन्होंने इस पौधे की पूजा की थी. परिणामस्वरूप भगवान श्रीराम को विजेता बनकर और रावण का वध कर लंका से लौटे थे. इसके साथ ही इस पौधा के संबंध शनि देव से भी माना जाता है. मान्यता है कि जिस घर में यह पौधा लगा होता है वहां के सभी वास्तु दोष शांत हो जाते हैं और घर परिवार में हमेशा खुशी का वातावरण बना रहता है.