वो बचपन के काले दिन,जब रोहित के पास था सिर्फ एक डंडा!

कभी घरवालों के पास नहीं थे रोहित की स्कूल फीस भरने के पैसे, अब वर्ल्ड कप जीतकर रच दिया इतिहास

रोहित शर्मा के बचपन की कहानी जानकर आपकी आंखों से भी निकल आएंगे आंशू, पीने को नहीं मिलता था एक गिलास पानी

जान लीजिए कैसे गली मोहल्ले में गिल्ली डंडा खेलने वाला एक बच्चा बन गया दुनिया की नंबर वन टीम का बादशाह

किस्मत कब किसे कहां पहुंचा दे किसी को नहीं पता। जिस रोहित शर्मा का नाम आज देश दुनिया के लिए गौरव का विषय बना हुआ है उन रोहित शर्मा का बचपन आपको रुला देगा।
एक समय ऐसा वो भी था जब रोहित का परिवार उनके स्कूल की फीस भी नहीं भर पाता था और अब उन्होंने भारत के लिए इतिहास रच दिया है। वर्ल्ड कप में अपनी बेखौफ और घातक बल्लेबाजी से विरोधी टीम के गेंदबाजों पर दबाव बना टीम को शानदार शुरूआत दिलाने वाले भारतीय कप्तान रोहित अब क्रिकेट के सरताज बन गए हैं. रोहित शर्मा का नाम भारत के वर्ल्ड कप विजेता कप्तानों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा. अभी तक ये खिताब सिर्फ कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी के पास था। रोहित शर्मा की इन सुर्खियों के बीच आज हम बात कर लेते हैं उनके निजी जीवन की।
बता दें कि रोहित शर्मा के पिता गुरुनाथ शर्मा एक ट्रांसपोर्ट फर्म के स्टोरहाउस में केयरटेकर थे. रोहित शर्मा के पिता की कमाई परिवार चलाने के लिए काफी कम थी, लिहाजा वह मुंबई के बोरीवली इलाके में अपने दादा-दादी और अंकल के साथ रहते थे. रोहित शर्मा ने साल 1999 में अपने अंकल के पैसों से एक क्रिकेट कैम्प ज्वाइन किया था, जहां उनकी मुलाकात दिनेश लाड से हुई, जो बाद में उनके क्रिकेट कोच बन गए. रोहित शर्मा के क्रिकेट में टैलेंट को देखते हुए कोच दिनेश लाड ने उन्हें स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल ज्वाइन करने की सलाह दी। रोहित शर्मा ने ये बातें एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पैरेंट्स उस वक्त उनकी स्कूल फीस भरने में भी असमर्थ थे. इसके बाद कोच दिनेश लाड ने स्कूल मैनेजमेंट से बात करके उनकी फीस माफ करा दी थी. रोहित के कोच दिनेश लाड ने भी एक इंटरव्यू में बताया कि रोहित शर्मा के अंकल ने मुझे बताया कि जिस स्कूल में वह पढ़ रहे थे, वहां केवल 30 रुपये का शुल्क लिया जाता था लेकिन वे इस 275 रुपये का भुगतान भी नहीं कर सकते थे. तब दिनेश लाड ने स्कूल के निदेशक से रोहित शर्मा की फीस माफ करने का अनुरोध किया था. निर्देशक ने मुझसे पूछा कि मैं इस छात्र की मदद क्यों कर रहा हूं, लेकिन मैं जानता था कि वह प्रतिभाशाली है और अच्छा क्रिकेट खेलता है।
हालांकि रोहित इस वर्ल्ड कप में कम से कम पांच बार शतक पूरा करने से चूक गए, लेकिन उन्होंने अपने सकारात्मक रवैये से देश के करोड़ों क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया. रोहित शर्मा टीम के हित में व्यक्तिगत उपलब्धियों को नजरअंदाज कर जोखिम उठा कर बल्लेबाजी कर रहे हैं. रोहित शर्मा अब 36 साल और 203 दिन के हो चुके हैं. इस बात की प्रबल संभावना है कि यह उनका आखिरी वर्ल्ड कप होगा, क्योंकि अगला वर्ल्ड कप 2027 में होगा तब तक रोहित की उम्र 40 साल से अधिक हो जाएगी. रोहित शर्मा के 16 साल से अधिक के उतार-चढाव से भरे क्रिकेट करियर में 19 नवंबर का दिन उनके लिए सबसे अहम बन चुका है।