कदम्ब के पेड़ के बारे में तो आप सभी लोगो ने सुना ही होगा। यह पेड़ भारत में हर जगह आपको देखने को मिल जायेगा। यह पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता हैं। इसलिए काफी सारी बीमारियों में भी कदम्ब के पेड़ का उपयोग किया जाता हैं। कदम्ब के फुल और पत्तियों से सेहत से जुडी काफी सारी समस्या को दूर किया जा सकता हैं।
लेकिन क्या आपको पता हैं। कदम्ब के पेड़ के धार्मिक महत्व भी काफी सारे हैं। कदम्ब के पेड़ को भगवान कृष्ण से भी जोड़ा जाता हैं। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्र में भी कदम्ब के पेड़ को लेकर काफी कुछ बताया गया हैं।
भगवान श्री कृष्ण से है संबंध
भगवत पुराण के अनुसार कदम्ब के पेड़ का सीधा संबंध भगवान श्री कृष्ण से माना जाता हैं। ऐसा माना जाता है की भगवान श्री कृष्ण कदम्ब के पेड़ के नीचे बैठकर ही अपनी बासुरी बजाया करते थे। इस पेड़ के नीचे ही भगवान श्री कृष्ण अपने मित्रो के साथ खेलने आते थे।
जब गोपियां यमुना नदी में स्नान करने के लिए जाती थी तब भगवान श्री कृष्ण उनके कपड़े लेकर कदम्ब के पेड़ पर चढ़ जाते थे। भगवान श्री कृष्ण को कदम्ब का पेड़ अतिप्रिय था।
वास्तु शास्त्र के अनुसार कदम्ब का पेड़ शुभ
धार्मिक महत्व के साथ साथ कदम्ब का पेड़ वास्तु शास्त्र के अनुसार भी शुभ माना जाता हैं। यदि आप चाहे तो घर में कदम्ब का पेड़ लगा सकते हैं। घर में कदम्ब का पेड़ लगाना अतिशुभ माना जाता हैं।
यदि आप शुभ फल की प्राप्ति चाहते हैं। तो आपके घर के आंगन में या फिर आपके घर के आसपास दक्षिण-पश्चिम,दक्षिण और पश्चिम दिशा में कदम्ब का पेड़ लगा सकते हैं। घर के आंगन में कदम्ब का पेड़ लगाने के यह दिशा अच्छी मानी जाती हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कदम्ब का पेड़ शुभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी कदम्ब का पेड़ शुभ माना जाता हैं। यदि आपके घर में अशोक का पेड़ हैं। तो अशोक के पेड़ के पास में आप कदम्ब का पेड़ लगा सकते हैं। इससे आपको खूब फायदा हो सकता हैं। इस प्रकार से घर में कदम्ब का पेड़ लगाने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
गुरु दोष से बचाने में उपयोगी कदम्ब का पेड़
यदि किसी जातक की कुंडली में गुरु दोष लगा हुआ हैं। या फिर गुरु का बुरा प्रभाव हैं। तो ऐसे में जातक को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। ऐसे में गुरु दोष से बचने के लिए जातक कदम्ब के पेड़ का सहारा ले सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार स्नान करने से पहले स्नान करने वाले पानी में कदम्ब का फुल डालकर स्नान करने से जातक को गुरु दोष से छुटकारा मिलता हैं। इसके अलावा भाद्रपद में कदम्ब पेड़ की पूजा अर्चना करने से भी गुरु दोष से बचाव होता हैं।