कार्तिक पूर्णिमा पर प्रातः स्नान, दान पुन: और कुछ उपाय करने से व्यक्ति को सभी पापों से छुटकारा मिलता है और मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. इस शुभ दिन राशियों के अनुसार दान और उपाय करने का भी विशेष महत्व माना जाता है.
सोमवार 27 नंवबर 2023 को कार्तिक पूर्णिमा पर्व मनाई जाएगी, कार्तिक स्नान का माह भी इसके साथ पूर्ण हो जायेगा, पृथ्वी तत्व की राशि वृष राशि में अधिक के चंद्रमा की उपस्थिति कार्तिक पूर्णिमा के पुण्यफल को कई गुना बढ़ा रही है. वृश्चिक के सूर्य के सामने उपर के चंद्रमा की उपस्थिति स्वास्थ्य लाभ और प्राकृतिक रसों को बल देने वाली है.
कार्तिक मास में भगवान श्रीहरि, माता लक्ष्मी और तुलसी पूजन करने की अधिक मान्यता है. कहा जाता है कार्तिक मास में आने वाली पूर्णिमा पर स्नान, दान पुन: और कुछ उपाय करने से व्यक्ति को सभी पापों से छुटकारा मिलता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही पूर्णिमा के दिन राशियों के अनुसार दान पुन: करने का बहुत महत्व माना जाता है.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें ये उपाय मिलेगा आपको लाभ माँ लक्ष्मी हो सकती है आपसे प्रसन्न
कार्तिक स्नान के बाद संभव दान पुन: से आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी. सबसे सरल दान के रूप में एक थाली में समीकृत मात्रा में आटा दाल घी सब्जी आदि रखकर योग्यजन और ब्राह्मण को अवश्य दान करें. इसे प्रचलित भाषा मे सीधा दान करना कहते हैं. व्रती महिलाएं श्रृंगार की वस्तुएं विवाहिताओं को दान कर सकती हैं. ज्योतिषीय उपायों में कार्तिक पूर्णिमा को लोग अपनी जरूरत के अनुसार तुलादान कर सकते हैं. कार्तिक पूर्णिमा पर अन्नकूट का दान भी विशेष महत्व रखता है.
कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान का मुहूर्त
कार्तिक पूर्णिमा रविवार को दिन में चार बजे से शुरू हो जाएगी. सोमवार को 2 बजकर 45 मिनट तक रहेगी. स्नान दान का मुहूर्त 27 नवंबर को सुबह सूर्यादय से पहले ब्रह्म मुहूर्त में होगा, सोमवार को सूर्यादय लगभग 6 बजकर 25 मिनट पर होगा, इससे पूर्व ही पवित्र नदी और सरोवर में स्नान कर लें