Yogi Adityanath birthday Special: देश और समाज के प्रति समर्पण भाव रखने वाले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का नाम आज देश का बच्चा-बच्चा जानता है. बतौर मुख्यमंत्री वह अपराध के मामलों में अपने त्वरित निर्णयों और बुलडोजर नीति की वजह से देश के सभी मुख्यमंत्रियों में अलग पहचान रखते हैं. यही वजह है कि आज 05 जून को योगी जी के जन्मदिन के अवसर पर सोशल मीडिया पर लोग उनको बधाईयां दे रहे हैं. इस साल योगी जी 51 वर्ष के पूरे हो चुके हैं. ऐसे में आज हम आपको योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के जीवन से जुड़े एक अनोखे किस्से के बारे में बताने वाले हैं.
योगी आदित्यनाथ बचपन से ही थे प्रतिभाशाली
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) जी अपने विद्यालय के समय से ही वाद-विवाद तथा भाषण प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया करते थे. एक बार विद्यार्थी परिषद के एक कार्यक्रम के दौरान योगी जी ने भी भाषण दिया और इस दौरान लोगों ने उनकी काफी प्रंशसा की. इस कार्यक्रम में तत्कालीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ भी मौजूद थे, उन्होंने जब योगी जी को सुना, तो वह उनसे काफी प्रभावित हुए और योगी जी को अपने पास बुलाकर उनके घर का पता पूछा. जिस पर योगी जी ने बताया कि वह उत्तराखंड के पौड़ी के पंचूर में रहते हैं. जिसके बाद अवैद्यनाथ जी ने उनसे दुबारा मिलने की बात कही.
हिंदुत्व की रक्षा के लिए छोड़ा घर
कुछ समय बाद योगी जी अवैद्यनाथ महाराज जी से मिलने के लिए गोरखपुर पहुंचे और कुछ समय बाद अपने गांव फिर लौट गए. जहां उन्होंने ऋषिकेश के ललित मोहन शर्मा कॉलेज के एमएससी विभाग में प्रवेश लिया, लेकिन तब तक उनका मन गोरखनाथ की तपस्थली की तरफ आकर्षित हो चुका था. ऐसे में एक बार जब योगी जी को इस बात की खबर हुई कि अवैधनाथ जी बीमार पड़ गए हैं, तब योगी जी उनसे मिलने के लिए पहुंचे और तभी अवैद्यनाथ जी ने उन्हें राम जन्मभूमि संघर्ष के बारे में बताया.
ये भी पढ़ें:- पाकिस्तान से आकर बसे थे हिंदू, IAS Tina Dabi के आदेश पर उनके घरों पर चला बुलडोजर
तब योगी जी ने महाराज जी का साथ देने का वायदा किया. जिसके बाद योगी अपनी मां से गोरखपुर में नौकरी करने की बात कहकर साल 1992 में घर से गोरखपुर चले आए, फिर उन्होंने दुबारा पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का जीवन किसी परिचय का मोहताज नहीं है, आज उनके जन्मदिवस पर हर व्यक्ति उनके स्वस्थ और मंगल जीवन की कामना कर रहा है.