Bridge Collapse In Bhagalpur: बिहार के भागलपुर में हुए पुल हादसे को लेकर बयानबाजी जारी है, पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर निशाना साधने में लगे है. इसी बीच सोमवार को बिहार के पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव (Tejpratap Yadav) का बयान सामने आया है. इसे लेकर उन्होंने बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा है. बीते रविवार को भागलपुर के खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर गिर गया. इससे इलाके में हड़कंप मच गया है. इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है.
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पुल हादसे पर क्या बोले पर्यावरण मंत्री
भागलपुर पुल हादसे को लेकर बिहार में विपक्षी पार्टियां नीतीश सरकार पर पूरी तरह से हमलावर हैं. इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए नैतिक तौर पर तेजस्वी यादव से बीजेपी द्वारा इस्तीफा मांगे जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर तेज प्रताप ने मामले को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हम लोग तो पुल बना रहे हैं लेकिन बीजेपी वाले गिरा रहे हैं. मतलब उनका साफ तौर पर कहना था कि बीजेपी वाले ही पुल गिराने में लगे हैं.
तेजस्वी ने अपने बयान से डाल दिया और मसाला
1710 करोड़ की लागत से बन रहे भागलपुर के सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल को नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है. 2014 में इसकी आधारशिला रखने के बाद से अबतक कई बार मुख्यमंत्री इस पुल के फायदे गिना चुके हैं. यही कारण है कि रविवार को जैसे ही पुल इस तरह धराशायी होने की बात सामने आई वैसे ही सीएम ने जांच के आदेश दे दिया. जांच के इस आदेश की खबर मीडिया के जरिए आम आदमी तक पहुंची कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दे दी कि आईआईटी रुड़की जांच रही है और सरकार को यह आशंका पहले से थी कि यह पुल गिर सकता है. सरकार की ओर से दिए गए दोतरफा बयान के बाद बीजेपी को मसाला मिल गया.