Trigrahi Yoga 2023: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) की गणना के मुताबिक, 17 जून को शनि देव (Shani Dev) कुंभ राशि (Kumbh Rashi) में प्रवेश करने जा रहे हैं. शनि का यह राशि परिवर्तन वक्री (Shani Vakri 2023) अवस्था में होगा. यानी शनि देव (Shani Dev) कल से उल्टी चाल चलेंगे. शनि, राहु (Rahu)और केतु (Ketu) जब वक्री चाल चलेंगे तो त्रिग्रही योग (Trigrahi Yoga) का निर्माण होगा. ज्योतिष शास्त्र के जानकार बताते हैं कि शनि की वक्री चाल सभी 12 राशियों के लिए अशुभ होती है. शनि के साथ ही राहु और केतु भी उल्टी चाल चलने जा रहे हैं. शनि देव रात्रि 10 बजकर 56 मिनट से वक्री चाल चलने जा रहे हैं. वहीं राहु मेष राशि (Aries Zodiac) में और केतु, तुला राशि में उल्टी चाल चलेंगे. इसके अलावा शनि, राहु और केतु अगले 6 महीने तक इसी अवस्था में रहेंगे. ऐसे में जानते हैं कि शनि, राहु और केतु की उल्टी चाल किन राशियों पर भारी पड़ने वाली है.
कर्क
कर्क राशि के जातक पर शनि, राहु और केतु की उल्टी चाल भारी पड़ने वाली है. ऐसे में अगले 6 महीने खर्चों को लेकर बेहद सावधान रहना होगा. अहंकार की वजह से नौकरी पर खतरा मंडराएगा. संभव है नौकरी भी चली जाए. कार्यस्थल पर काम का बोझ बढ़ेगा, जिससे मानसिक तनाव का सामना करना पड़ेगा. रुपये-पैसों की दिक्कत हो सकती है. स्वास्थ्य खराब हो सकता है.
सिंह
कर्क राशि के जातकों को अगले 6 महीने शनि, राहु और केतु की चाल से बेहद सावधान रहना होगा. इस दौरान किसी भी कार्य में मन नहीं लगेगा. नौकरी की तलाश करने वालों को परेशानी होगी. बिजनेस में निवेश के लिए सोचे भी नहीं, अन्यथा भारी नुकसान होगा. काम का दबाव बना रहेगा. मानसिक परेशनियां बनी रहेंगी. धन हानि की प्रबल संभावना है.
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वृश्चिक
शनि, राहु और केतु की उल्टी चाल वृश्चिक राशि के जातकों पर बेहद परेशान करेंगी. वक्री अवस्था के दौरान बिजनेस में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इसके साथ ही इस दौरान व्यक्तिगत जीवन भी परिस्थितियां विपरीत रहेंगी. सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है, सावधान रहना होगा. इसके अलावा इस दौरान फिजूलखर्ची भी बढ़ेगी. कार्यस्थल पर साथी की मदद से स्थिति नियंत्रण में रहेंगी.